पुरुलिया कांड पर कायम रहेगी तनातनी
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में शासक दल टीएमसी
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत राजनीतिक हलकों में शासक दल टीएमसी और विरोधी भाजपा में पुरुलिया कांड को ले तनातनी कायम नजर आ रही है। दोनों खेमों के नेता कार्यकर्ताओं की संदिग्ध मौत के मामले को एक-दूसरे पर थोपने की कोशिशों में जुटे हैं।
पुरुलिया जिले में दो भाजपा कार्यकर्ताओं की संदिग्ध मौत का मामला अब भी जंगल महल की राजनीति में खासी चर्चित है। अपने कार्यकर्ताओं की मौत पर भाजपा आक्रामक तेवर अपनाए रखना चाहती है। इसके सहारे उसे शासक दल टीएमसी को कठघरे में खड़े करने का मौका मिल रहा है। यही वजह है कि आंचलिक सभाओं में किसी न किसी बहाने दलीय नेता इस कांड की चर्चा छेड़ ही देते हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष समित दास ने कहा कि पुरुलिया में कार्यकर्ताओं की संदिग्ध मौत का मामला शासक दल के संत्रास की जीवंत मिसाल है। इस घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता। दूसरी ओर टीएमसी नेता इस घटना को पार्टी की गुटबाजी से जोड़ कर पेश करना चाह रहे हैं। इसके बहाने वे भाजपा में व्याप्त अनुशासनहीनता के पहलू पर रोशनी डालना चाहते हैं। टीएमसी जिलाध्यक्ष अजीत माईती ने कहा कि हर मामले में भाजपा हमें बदनाम करना चाहती है, लेकिन प्रदेश की राजनीति में ऐसी बातों के लिए कोई स्थान नहीं है।