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विलुप्त होने के कगार पर लोक कला व संस्कृति

पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के जिला परिषद भवन में बुधवार को

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 06:46 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 06:46 PM (IST)
विलुप्त होने के कगार पर लोक कला व संस्कृति
विलुप्त होने के कगार पर लोक कला व संस्कृति

संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के जिला परिषद भवन में बुधवार को लोक कला व संस्कृति पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। विद्यासागर विश्वविद्यालय के उपाचार्य प्रोफेसर रंजन चक्रवर्ती ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में सांसद मानस भुइयां, जिला परिषद अध्यक्ष उत्तरा ¨सह हाजरा, बांग्लादेश के पूर्व मंत्री अख्तर हुसैन आदि उपस्थित रहे।

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प्रो. रंजन चक्रवर्ती ने कहा कि पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में अनेक समानताएं हैं। दोनों की भाषा व संस्कृति ही नहीं बल्कि जीवन शैली भी एक समान है। वे बांग्लादेश से आगत अतिथि से अनुरोध करेंगे कि वे उनके विश्वविद्यालय का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि समय के साथ पृथ्वी से जीव-जंतु और पेड़ पौधे विलुप्त होने के कगार पर हैं। यही स्थिति लोक-कला व संस्कृति की भी है। यह गंभीर ¨चता का विषय है। इस पर सभी को मनन करना होगा कि आखिर क्यों लोक कलाकार अपनी कला से मुंह मोड़ रहे हैं। यदि हम लोक कलाओं को नहीं बचा सके तो यह देश का बड़ा नुकसान होगा। सभी को इसके लिए सम्मिलित प्रयास करने होंगे।


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