यात्रियों ने ली राहत की सांस
भारत माझी जकात परगना महल की ओर से 9 सूत्रीय मांगों के समर्थन म
जागरण संवाददाता, खड़गपुर : भारत माझी जकात परगना महल की ओर से 9 सूत्रीय मांगों के समर्थन में सोमवार को आहूत चक्का जाम आंदोलन के फलस्वरूप खड़गपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों में फंसे यात्रियों ने उस वक्त राहत की सांस ली, जब रेलवे द्वारा उद् घोषणा के माध्यम से उन्हें यह जानकारी दी गई कि आंदोलनकारियों ने मध्य रात्रि लगभग 2 बजे धरना समाप्त कर दिया है और अब जल्द ही ट्रेन परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। रेलवे की इस घोषणा से दूर-दूर से सफर को निकले बेहाल यात्रियों में हर्ष छा गया। हालांकि ट्रेनों की आवाजाही शुरू तो हुई, लेकिन बड़ी संख्या में ट्रेनों के रद रहने से मंगलवार को भी हजारों की संख्या में यात्रियों को समस्याएं झेलनी पड़ीं, लेकिन ट्रेन परिचालन शुरू होने से उनके चेहरों पर गंतव्य तक पहुंचने का उम्मीदपूर्ण भाव भी दिखा। आंदोलनकारियों के तरीके को गलत करार देते हुए बेहाल यात्रियों ने कहा कि अपनी मांगे मनवाने यह तरीका कतई उचित नहीं है।
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फोटो 12 : मैं राउरकेला जा रहा हूं, लेकिन आदिवासियों के आंदोलन के कारण सोमवार की सुबह से खड़गपुर स्टेशन में फंसा हूं। अब परिस्थिति सामान्य हो रही है। इस्पात एक्सप्रेस मिलते ही वहां के लिए रवाना हो जाउंगा। हराधन चंद्र, रेल यात्री, दांतन, खड़गपुर तहसील, पश्चिम मेदिनीपुर
फोटो 13 : अपनी बात मनवाने का यह तरीका गलत है। आंदोलनकारियों ने हजारों यात्रियों परेशानी का अहसास किए बिना रेलवे ट्रैकों पर धरना देकर सबको मुसीबत में डाल दिया। उन्होंने बच्चों के बारे में भी नहीं सोचा, जो अपने परिजनों के साथ रेल यात्रा कर रहे हैं। शिशिर विश्वास, रेल यात्री, तितलागढ़, ओड़िशा
फोटो 14 : मैं कोरापुट एक्सप्रेस में ओड़िशा स्थित के¨सगा से आ रहा हूं। आंदोलन की वजह से खड़गपुर में आकर फंस गया हूं। हालांकि ट्रेन परिसेवा सामान्य हो रही है। उम्मीद है हमारी ट्रेन भी जल्द से जल्द गंतव्य की ओर रवाना होगी। निखिल विश्वास, रेल यात्री, के¨सगा, ओड़िशा
फोटो 15 : आंदोलन के कारण रात हावड़ा स्टेशन में बिताना पड़ा। सुबह ट्रेनों का परिचालन शुरू होने पर लगभग 5.30 बजे लोकल पकड़कर खड़गपुर पहुंची हूं। यहां से सोरो जाना है। कई ट्रेनें विलंब से चल रही हैं। आंदोलन का तरीका गलत रहा। कानन भट्टाचार्य, रेल यात्री, कोलकाता
फोटो 16 : हावड़ा-मेदिनीपुर लोकल से सुबह 8.15 बजे खड़गपुर पहुंचा हूं। रात हावड़ा स्टेशन में बेचैनी से कटी। सोरो जाना है। फिलहाल वहां जाने वाली ट्रेन की घोषणा नहीं हुई है। आदिवासियों के आंदोलन से सभी घोर मुसीबत में फंस गए हैं। रवि महापात्र, रेल यात्री, कोलकाता
फोटो 17 : टाटानगर जाना है। ट्रेन का इंतजार कर रहा हूं। आंदोलन की वजह से परेशानी तो काफी हुई है। यह तरीका उचित नहीं था। आंदोलन करने के लिए वे लोग और भी अलग तरीका अपना सकते थे। तरुण नायक, रेल यात्री, मादपुर, खड़गपुर तहसील, पश्चिम मेदिनीपुर