विरोधियों में नाकामियों से सबक लेने की बेचैनी
संवाद सहयोगी, खड़गपुर : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत दक्षिण कांथी उपचुनाव के परिणाम ने वामपंथ
संवाद सहयोगी, खड़गपुर : पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत दक्षिण कांथी उपचुनाव के परिणाम ने वामपंथी समेत विरोधी खेमे में बेचैनी फैला दी है। पंचायत चुनाव से पहले विरोधी दल इससे सबक लेने पर जोर दे रहे हैं। बताते चलें कि पूर्व मेदिनीपुर जिले की राजनीति का प्रभाव आस-पास के जनपदों पर भी असर डालता रहा है। विगत वर्ष के नवंबर में हुए तमलुक लोकसभा उपचुनाव ने शासक दल टीएमसी को जहां भारी उत्साह से लबरेज कर दिया था। वहीं विरोधी खेमे में मायूसी छा गई थी। इस चुनाव में टीएमसी का जीत का सिलसिला जारी रहा और दलीय उम्मीदवार दिव्येंदु अधिकारी चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्हीं के इस्तीफे से रिक्त हुई दक्षिण कांथी सीट के उपचुनाव में विरोधी खेमे में वामपंथियों को सारधा व नारदा कांड जैसी घटनाओं से सफलता की उम्मीद थी तो भाजपा को पिछले कुछ महीनों के घटनाक्रम के आधार पर। लेकिन परिणाम ने विरोधी खेमे में उदासी ला दी। टीएमसी जिलाध्यक्ष शिशिर अधिकारी ने चुनावी सफलता को जनसमर्थन का परिणाम बताया। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष व माकपा नेता निरंजन सिही ने चुनाव नतीजे से सबक लेते हुए आगे की रणनीति तय करने की बात कही।