राफेल पर कांग्रेस ने फूंका मोदी का पुतला
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर स्थित कलेक्ट्रेट के समक्ष गुरुवार
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर स्थित कलेक्ट्रेट के समक्ष गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राफेल विवाद पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका। इस दौरान पार्टी नेताओं की ओर से इसके खिलाफ लगातार आंदोलन की चेतावनी दी गई।
गुरुवार की दोपहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मेदिनीपुर के कलेक्ट्रेट के समक्ष जमायत की। इस दौरान उपस्थित नेताओं में सोमेन खान, शंभू चटोपाध्याय, कुणाल बनर्जी, मंटू अहमद व पार्थ भट्टाचार्य समेत बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। नेताओं ने कहा कि राफेल घोटाला देश के माथे पर कलंक के समान है, क्योंकि इसने हथियार खरीद सौदों में देश की साख को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया। अनुभवी संस्थानों के होते हुए खरीद का ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया जिससे मोटी कमाई की जा सके। सबसे बड़ी बात यह कि जिस कंपनी को यह ठेका दिया गया, उसे इस कार्य का कोई अनुभव ही नहीं है, बल्कि यह कंपनी सौदा शुरू करने से चंद दिन पहले बनी थी। इस तरह हजारों करोड़ रुपये एक पूंजीपति की जेब में डाला गया। यह घोटाला नहीं बल्कि सरासर जनता की कमाई की लूट है। इस लूट में भाजपा के नेता ही नहीं बल्कि सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लिप्त हैं। इसलिए उन्हें अविलंब पद से इस्तीफा देना चाहिए। हम इस मांग पर अपना आंदोलन चलाता रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस भाजपा ने बोफोर्स कांड को लेकर कांग्रेस नेताओं को बेवजह कलंकित करने का कार्य किया, वे ही आज राफेल के कीचड़ में आकंठ डूबे हैं। यह भाजपाईयों के लिए शर्म की बात है। घोटाले के तूल पकड़ने के बाद देश की रक्षामंत्री का फौरन फ्रांस जाना भी संदेह के घेरे में है। ऐसी घटनाओं ने देश की साख को काफी धक्का पहुंचाया है। विदेशों में भारत की छवि धूमिल हुई है। अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंका गया।