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यात्री वाहनों में ओवरलोडिग पर खामोश प्रशासन

पश्चिम मेदिनीपुर जिले में सुरक्षित यातायात के लिए प्रशासन की ओर स

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 07:29 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 07:29 PM (IST)
यात्री वाहनों में ओवरलोडिग पर खामोश प्रशासन
यात्री वाहनों में ओवरलोडिग पर खामोश प्रशासन

जागरण संवाददाता, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिले में सुरक्षित यातायात के लिए प्रशासन की ओर से Þसेफ ड्राइव, सेव लाइफ'अभियान तो जारी है, लेकिन इसके साथ ही सार्वजनिक एवं यात्री वाहनों में ओवरलोडिग का सिलसिला भी धड़ल्ले से जारी है। सुरक्षित यातायात के लिए यात्री वाहनों में ओवरलोडिग रोकने के मामले में प्रशासन भी असफल साबित हो रहा है।

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शहर से गुजरने वाले यात्री वाहनों में बस, ऑटो, टोटो व ट्रेकरों में ओवरलोडिग आम बात हो गई है। वाहनों के अंदर भीड़ होने की स्थिति में बस व ट्रेकरों की छत पर भी यात्रियों को लाद दिया जाता है और बेपरवाह यात्री भी अपनी जान जोखिम में डालकर वाहनों की छत पर आराम से बैठ जाते हैं। शुक्रवार को भी कई वाहनों में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। विगत वर्ष मुर्शिदाबाद में हुए भीषण बस हादसे के बाद प्रशासन की ओर से यात्री वाहनों में ओवरलोडिग रोकने के लिए जबर्दस्त अभियान पश्चिम मेदिनीपुर जिले में भी चलाया गया था। सभी यात्री बसों से छत की सीढि़यों को हटा दिया गया था, ताकि यात्री बस की छत पर यात्रा न कर सके, लेकिन अभियान शिथिल पड़ने के बाद अब फिर से ओवरलोडिग शुरू हो गई है। ऑटो रिक्शे में सात लोगों को बैठाए जाने का नियम है, लेकिन ऑटो चालक 11-12 लोगों को बैठा लेते हैं। ओवरलोडिग के कारण ही कुछ वर्ष पहले मलिचा, चौरंगी, आदि जगहों पर भीषण ऑटो दुर्घटनाएं भी हुई थीं। खड़गपुर ग्रामीण समेत कुछ जगहों पर यात्री वाहनों की संख्या भी कम है। जिसकी वजह से ओवरलोडिग रुक नहीं पा रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस समस्या पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि लोग सुरक्षित रूप से यात्रा कर सके।

क्या कहते हैं लोग

यात्री वाहनों में ओवरलोडिग रोकने के लिए प्रशासन को गंभीरतापूर्वक काम करना चाहिए, ताकि लोग सुरक्षित रूप से यात्रा कर सके। अन्यथा किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

- तापस कुमार दे, इंदा, खड़गपुर।

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बसों की संख्या कम होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है। इसकी वजह से बसों में ओवरलोडिग होती है। प्रशासन को समस्या पर ध्यान देना चाहिए।

- कल्याण बनर्जी, बेनापुर, खड़गपुर।

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बसों के अलावा ऑटो व टोटो में भी ओवरलोडिग होती है। इसकी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं। सुरक्षित यातायात के लिए सार्वजनिक वाहनों में ओवरलोडिग पर लगाम लगाना जरूरी है।

- केवी रमना राव, नई खोली, खड़गपुर।

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Þसेफ ड्राइव, सेव लाइफ'अभियान को यात्री वाहनों के ओवरलोडिग पर भी लागू किया जाए, ताकि दुर्घटना की कोई गुंजाइश न रहे और लोग सुरक्षित रूप से यात्रा कर सके।

- आर सुंदर राव, मथुराकाटी, खड़गपुर।

एक्सपर्ट की राय

यात्री वाहनों में ओवरलोडिग रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा बराबर अभियान चलाया जाता है। राज्य सरकार की Þसेफ ड्राइव, सेव लाइफ'अभियान आम लोगों के हित में है। सभी लोग यातायात के नियमों का पालन करें। ताकि दुर्घटना न हो। यात्री वाहनों में ओवरलोडिग के खिलाफ पुलिस प्रशासन की ओर से शीघ्र ही बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा।

- आलोक राजोरिया, पुलिस अधीक्षक, पश्चिम मेदिनीपुर।


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