जर्जर पुल को लेकर भाजपा ने किया यज्ञ
राजधानी कोलकाता में पुल गिरने की घटना के बाद पश्चिम मेदिनी
जागरण न्यूज नेटवर्क, खड़गपुर : राजधानी कोलकाता में पुल गिरने की घटना के बाद पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत विभिन्न भागों में अवस्थित तमाम पुल अब राजनैतिक घात-प्रतिघात का हथियार बन गए हैं। मेदिनीपुर और खड़गपुर के मध्य स्थित कंसावती नदी पर बने पुल की जर्जर हालत पर ¨चता जाहिर करते हुए भाजपा ने शनिवार को पुल के नजदीक यज्ञ का आयोजन किया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शासक दल पर जम कर कटाक्ष किया। जिलाध्यक्ष समित दास के नेतृत्व में शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 पर स्थित प्राचीन कंसावती पुल के पास जमायत की और पुल की बेहाल दशा पर ¨चता व्यक्त करते हुए यज्ञ का आयोजन शुरू कर दिया।
मीडिया से रूबरू समित दास ने कहा कि कोलकाता में अब तक दो बार बड़े पुल गिरने की घटनाएं हुई चुकी हैं, जिनमें बड़ी संख्या में जानमाल की हानि हुई है। राज्य सरकार हादसे के बाद ही चेतती है। माझेरहाट हादसे के बाद अब राज्य सरकार के मंत्री मामले की लीपापोती में जुट गए हैं। अलग-अलग दावों से यह साबित करने की कोशिश की जा रही है कि पुलों की दशा पर सरकार सचमुच गंभीर है। अब और किसी पुल को गिरने नहीं दिया जाएगा, लेकिन यह खामख्याली सच्चाई से कोसो दूर हैं। राजधानी कोलकाता से दूर बने पुलों की दशा पर सोचने का किसी के पास वक्त नहीं है। कंसावती नदी पर बना यह पुल काफी पुराना है। इस पुल की हालत भी कतई ठीक नहीं है। कभी भी हादसे की आशंका है। खड़गपुर और मेदिनीपुर के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 पर अवस्थित होने से इस पर यातायात का भारी दबाव रहता है। यदि कभी कोई अनहोनी होती है तो राज्य सरकार इसका ठीकरा राजमार्ग प्राधिकरण पर फोड़ने का प्रयास करेगी। यह हम जानते हैं। इसीलिए पुल की रक्षा के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया।