जंगल के एडवेंचर का होगा अहसास
अगर आप साहसी हैं और एडवेंचर का शौक रखते हैं, तो अमेजन जंगल
सुरेन्द्र प्रसाद, खड़गपुर : अगर आप साहसी हैं और एडवेंचर का शौक रखते हैं, तो अमेजन जंगल में एनाकोंडा की उपस्थिति में भ्रमण करना सबसे अविस्मरणीय अनुभव होगा। दक्षिणी अमेरिका से लेकर ब्राजील तक फैला अमेजन जंगल से लगभग सभी लोग वाकिफ हैं। एक ओर जहां यह जंगल अपनी खूबसूरती के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, वहीं दूसरा पहलू यह भी है कि यह जंगल विशाल एनाकोंडा के लिए भी मशहूर है। खूबसूरती के साथ बिहड़ होने के कारण इस जंगल में जाना सबके लिए संभव नही है, लेकिन यही जंगल अगर आपके शहर में एनाकोंडा के साथ दिखने को मिल जाएं, तो आप क्या कहेंगे.. एक अछ्वुत व अविस्मरणीय अनुभव। तो इस दुर्गा पूजा में आपके इस ख्वाइश को पूरा करने के लिए पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत खड़गपुर के प्रेम बाजार स्थित प्रेम बाजार सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी ने कमर कस ली है। इस दुर्गोत्सव में पूजा कमेटी द्वारा विशाल एनाकोंडा के साथ अमेजन जंगल का एडवेंचर आप सबके लिए स्पेशल इफेक्ट के साथ ला रहा है।
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अमेजन जंगल के बहाने के हरियाली को बढ़ावा देना है उद्देश्य
प्रेम बाजार सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी अनूठे पूजा पंडाल के लिए जाना जाता है। इस क्रम में इस दुर्गा पूजा में हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अमेजन जंगल का वातावरण पूजा पंडाल के तौर पर निर्माण किया जा रहा है। पूजा कमेटी के सचिव चिरंजीत राय ने कहा कि हम सब पर्यावरण के प्रति बेसुध होते जा रहे हैं। पेड़-पौधे लगाने के स्थान पर काटे जा रहे हैं। जंगलों का अस्तित्व मिट रहा है। प्राणी विलुप्त हो रहे हैं। जिसका खामियाजा भी हमें ही भुगतना पड़ रहा है। बाढ़, सूखे आदि प्राकृतिक आपदाओं का सामना हम अपनी भूल की वजह से ही कर रहे हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार पूजा का थीम विशाल एनाकोंडा के साथ अमेजन जंगल का एडवेंचर रखा गया है। मौजूदा समय में एनाकोंडा जैसा विशाल जीव भी विलुप्तता की कगार पर है। उसकी रक्षा करना भी हम मानवों की ही जिम्मेदारी है। हमलोगों ने कभी एनाकोंडा तो असल में देखा ही नहीं है तो इस बार जिले के लोगों को हम अमेजन जंगल के साथ एनाकोंडा की उपस्थिति का अहसास कराते हुए हरियाली को बढ़ावा देने के संदेश देना चाहते हैं। पूजा का कूल बजट 18 लाख रुपये है। पूजा पंडाल जंगल एवं एनाकोंडा की जीवंतता का अहसास कराने के लिए प्राकृतिक संसाधनों के साथ स्पेशल इफेक्ट का भी सहारा लिया जा रहा है। पूजा समारोह का उद्घाटन चतुर्थी को किया जाएगा। उम्मीद है प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी दर्शनार्थियों को पंडाल बेहद पंसद आएगा।