हाथी के हमले मे महिला की मौत
जंगली जानवरो के हमले मे किसी की मौत होने पर परिवार को तुरंत मुआवजा दे दिया जाता है।
धुपगुड़ी, [संवाद सूत्र] । रिहायसी इलाके मे हाथी के हमले मे एक महिला की मौत हो गयी। मृतक का नाम जयश्री मुंडा (56) बताया गया। घटना मंगलवार रात को धुपगुड़ी ब्लॉक के मोगलकाटा चाय बागान इलाके की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मोराघाट जंगल से झुंड से अलग होकर एक हाथी चाय बागान इलाके मे घुस गया। उस समय भारी बारिश हो रही थी।
फलस्वरूप लोगो को पता नही चल पाया कि इलाके मे हाथी घुस आया है। उस दौरान जयश्री अपने घर से निकलकर कही जा रही थी। तभी अचानक हाथी ने उसपर हमला कर दिया। हमले मे महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी। स्थानीय लोगो ने उसे पहले बानरहाट अस्पताल मे भर्ती कराया। लेकिन हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सको ने उसे जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल रेफर कर दिया। आज तड़के महिला ने दम तोड़ दिया। वह मोगलकाटा चाय बागान के बड़े लाइन इलाके का रहने वाला था।
लगातार हो रहे हाथियो के हमले से स्थानीय श्रमिको मे काफी आतंक का माहौल है। साथ ही वन विभाग की ओर से कोई आवश्यक व्यवस्था नही करने पर लोगो मे आक्रोश भी है। मृतक महिला के परिवार को मुआवजा देने की मांग की जा रही है। उक्त मांग को लेकर आज जलपाईगुड़ी विभाग के वन दफ्तर मे स्थानीय लोगो ने विरोध प्रदर्शन किया। मृतक की पड़ोसी प्रसाद टिग्गा ने कहा कि हाथी के हमले मे महिला की मौत होने के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई खबर नही ली गयी।
विरोध प्रदर्शन के बाद वन अधिकारियो ने शाम को घर मे आकर मुआवजा देने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि आसपास के इलाको मे लगातार हाथियो का हमला हो रहा है। इसके बावजूद वन विभाग उदासीन बनी हुई है। अगर इलाके मे पर्याप्त लाइट व युवको को प्रशिक्षण दिया जाता है हाथियो को भगाने मे सुविधा होगी।
उलार बंगाल के वनपाल सुमिता घटक की माने तो हाथी घुसने की सूचना मिलते ही वनकर्मी मौके पर पहुंच जाते है। जंगली जानवरो के हमले मे किसी की मौत होने पर परिवार को तुरंत मुआवजा दे दिया जाता है।
वन विभाग के अनारी वाईल्ड लाइफ के वार्डन सीमा चौधरी ने कहा कि हाथी एक जंगल से दूसरे जंगल की ओर जा रही थी। उसी दौरान जोरदार बारिश होने लगी। अचानक महिला हाथी के सामने आ जाने से हाथी ने उसे कुचल दिया। मृतक परिवार को सरकारी नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
परिवेश प्रेमी संस्था डुवार्स नेचर एंड स्नेक लवर्स आर्गेनाइजेशन के सदस्य सुभाशीष घोष ने कहा कि वर्तमान समय मे चाय बागान इलाको मे धारदार तार से घेरा दिया जा रहा है। इस कारण हाथियो को एक जंगल से दूसरे जंगल जाने मे काफी परेशानी होती है। फलस्वरूप रिहायसी इलाको मे हाथियो का उत्पात बढ़ता जा रहा है। वनमंत्री को विशेष निगरानी रखनी चाहिए।