हाथियों ने तोड़ा दो श्रमिक आवास
शुक्रवार की रात लगभग 10 बजे डुवार्स के जयवीरपाड़ा चाय बागान में तीन जंगली हाथियों ने घुसकर व्यापक उत्पात मचाया। हाथियों ने दो श्रमिक के आवासों को तोड़ दिया।
By Edited By: Published: Sat, 22 Dec 2018 06:28 PM (IST)Updated: Sat, 22 Dec 2018 06:41 PM (IST)
वीरपाड़ा [संवादसूत्र]। शुक्रवार की रात लगभग 10 बजे डुवार्स के जयवीरपाड़ा चाय बागान में तीन जंगली हाथी घुस गए। हाथियों ने चाय बागान के बड़ा लाइन में व्यापक उत्पात मचाया। स्थानीय दो श्रमिकों के आवासों को हाथियों ने तोड़ दिया।
इतना ही नहीं, हाथी चाय श्रमिक तूफान मिंज व गोसाई मुंडा के घरों में रखे चावल, आटा व अन्य राशन सामग्री डकार गए। तूफान मिंज ने कहा कि शुक्रवार की रात को लगभग नौ बजे वह सो गया था। रात को अचानक हाथी ने घर में हमला बोल दिया। किसी तरह बाल-बच्चों को लेकर वह घर से बाहर निकला। हाथी घर की दीवार तोड़ कर अंदर घुसा और राशन खा लिया। गोसाई मुंडा भी बाल-बच्चा लेकर सड़क पर आ गया है। बांदापानी ग्राम पंचायत के पूर्व उप प्रधान रमेश उरांव ने कहा कि लगातार हो रहे हाथी के हमले से चाय श्रमिकों की हालत सोचनीय है।
हाथी के आतंक से रात में चाय श्रमिक चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं। वन विभाग के दलगांव के रेंजर राजीव दे ने कहा कि हाथी द्वारा तोड़े गए श्रमिक आवास चाय बागान का क्वार्टर होने पर वन विभाग की ओर से कोई क्षतिपूर्ति नहीं दी जाएगी। चाय श्रमिकों का निजी मकान होने पर आवेदन के तहत क्षतिपूर्ति मिलेगी।
इतना ही नहीं, हाथी चाय श्रमिक तूफान मिंज व गोसाई मुंडा के घरों में रखे चावल, आटा व अन्य राशन सामग्री डकार गए। तूफान मिंज ने कहा कि शुक्रवार की रात को लगभग नौ बजे वह सो गया था। रात को अचानक हाथी ने घर में हमला बोल दिया। किसी तरह बाल-बच्चों को लेकर वह घर से बाहर निकला। हाथी घर की दीवार तोड़ कर अंदर घुसा और राशन खा लिया। गोसाई मुंडा भी बाल-बच्चा लेकर सड़क पर आ गया है। बांदापानी ग्राम पंचायत के पूर्व उप प्रधान रमेश उरांव ने कहा कि लगातार हो रहे हाथी के हमले से चाय श्रमिकों की हालत सोचनीय है।
हाथी के आतंक से रात में चाय श्रमिक चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं। वन विभाग के दलगांव के रेंजर राजीव दे ने कहा कि हाथी द्वारा तोड़े गए श्रमिक आवास चाय बागान का क्वार्टर होने पर वन विभाग की ओर से कोई क्षतिपूर्ति नहीं दी जाएगी। चाय श्रमिकों का निजी मकान होने पर आवेदन के तहत क्षतिपूर्ति मिलेगी।
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