चाय श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी 200 रुपये करने की मांग
- 20 को सिलीगुड़ी स्थित डागापुर के श्रम कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक मांग पूरी नहीं होने पर जा
- 20 को सिलीगुड़ी स्थित डागापुर के श्रम कार्यालय में त्रिपक्षीय बैठक, मांग पूरी नहीं होने पर जोरदार आंदोलन की चेतावनी
जेएनएन, नागराकाटा/मालबाजार : चाय श्रमिकों की मजदूरी 200 रुपये होनी चाहिए। साथ ही न्यूनतम मजदूरी नहीं होने तक श्रमिक व कर्मचारियों को पुराने तीन वर्ष के समझौते के आधार पर वेतन दिया जाए। उक्त बातें तृणमूल कांग्रस समर्थित तराई-डुवार्स प्लानटेशन वर्कर्स यूनियन की ओर से की गई है। आगामी 18 जनवरी को वीरपाड़ा में पांचवें वर्ष का सम्मेलन होने जा रहा है। संगठन के अध्यक्ष नकुल सोनार ने कहा कि बीच-बीच में कई बार श्रमिकों की मजदूरी में बढ़ोतरी की गई। लेकिन इसमें कुछ समस्या आई है। इसलिये श्रमिक-कर्मचारियों को पुराने तीन वर्ष के समझौते आधार पर ही वेतन दिया जाए।
इसके अलावा आगामी 20 जनवरी को श्रमिक-कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी को लेकर सिलीगुड़ी के डागापुर स्थित श्रम भवन में त्रिपक्षीय बैठक होने वाली है। इसमें श्रममंत्री मलय घटक भी मौजूद होंगे। इस बैठक को लेकर स्टाफ और सब स्टाफ के ज्वाइंट कमेटी को बड़ी उम्मीदें है। अगर इस दिन कोई समाधान नहीं निकला तो जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी गई है। शनिवार को मेटली ब्लॉक बड़ादिघी चाय बागान के स्टाफ-सब स्टाफ ज्वाइंट कमेटी की ओर से एक सभा बुलाई गई थी। सभा के बाद संयोजक आशीष कुमार बसु ने कहा कि आगामी 19 जनवरी को विभिन्न मांगों को लेकर तराई-डुवार्स दार्जिलिंग के सभी चाय बागानों में एक घंटे की गेट मीटिंग होगी। उनलोगों को 20 तारीख तक का इंतजार रहेगा, इसके बाद आंदोलन और तेज होगी। इससे पहले भी कोलकाता और सिलीगुड़ी में कई बार बैठकें हुई है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। न्यूनतम मजदूरी चालू नहीं होने तक पुराने वेतन प्रणाली को ही चालू किया जाए। वर्ष 2014 के बाद से स्टाफ व सब स्टाफ के वेतन बढ़ोतरी को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। इस दिन की सभा में अंजन समाजदार, आनंद राई समेत बड़ादिघी चाय बागान के स्टाफ व सब स्टाफ मौजूद थे।