डुवार्स में बंद का मिश्रित प्रभाव, चाय बागानों में हुआ काम
- बानरहाट में बंद के कारण कुछ देर तक रुकी रही इंटरसिटी एक्सप्रेस - चामुर्ची में लगी हाट डुवा
- बानरहाट में बंद के कारण कुछ देर तक रुकी रही इंटरसिटी एक्सप्रेस
- चामुर्ची में लगी हाट, डुवार्स के सड़कों पर नहीं दिखी निजी वाहन जेएनएन, वीरपाड़ा/बानरहाट/मालबाजारचामुर्ची : नागरिकता संसोधन बिल, चाय श्रमिकों को हक दिलाने समेत केंद्र सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विपक्षी श्रमिक संगठनों द्वारा आहूत बंद का डुवार्स के विभिन्न इलाकों में मिश्रित असर देखने को मिला। कुछ दुकानें बंद तो कुछ दुकानें खुली रही। सरकारी वाहन सामान्य दिनों की तरह ही चली, लेकिन निजी वाहनों की संख्या सड़कों पर काफी कम दिखी। वहीं एक दिन की छुट्टी मिलने पर लोग पिकनिक मनाने निकल गए।
वीरपाड़ा में गुरुवार को सप्ताहिक बंद रहता है। इसमें श्रमिक संगठनों का बंद होने से बुधवार को भी लोगों को एक दिन की छुट्टी मिल गई। दुकानें बंद रही। वहीं दैनिक सब्जी बाजार खुली थी। 31 नंबर राजमार्ग पर गाड़ी की संख्या दूसरे दिनों की तुलना में कम ही देखी गई। दूसरी ओर गोमटू भूटान गेट भी बंद था। फलस्वरूप सीमेंट लेने वाली गाड़ियां नहीं निकल पाई। वीरपाड़ा के विभिन्न बैंकों पर भी ताला लटका रहा।
मालबाजार में देशव्यापी हड़ताल का खासा असर देखने को मिला। सुबह से ही बंद समर्थक अलग-अलग जगहों में घूम रहे थे। निजी वाहन सड़कों पर नहीं चली। वहीं एनबीएसटीसी बस की आम दिनों की तरह ही सड़क पर दौड़ती रही। शहर में अधिकांश दुकानें बंद रही। दूसरी ओर चाय बागानों में कामकाज सामान्य रहा। माकपा व कांग्रेस नेताओं ने बंद को सफल बताया तो भाजपा व तृणमूल ने बंद को विफल बताया।
बानरहाट में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला। बंद समर्थकों ने रेल लाइन पर उतरकर प्रदर्शन किया। बाद में बानरहाट पुलिस के हस्तक्षेप से बंद समर्थकों को पटरी से हटाया गया। प्रदर्शन के कारण इंटरसिटी एक्सप्रेस कुछ देर तक बानरहाट स्टेशन पर ही रुकी रही। इसके अलावा बानरहाट, गैरकाटा व बिन्नागुड़ी में अधिकांश दुकानें बंद रही। कॉलेज व सरकारी स्कूल खुले होने के बावजूद छात्रों की संख्या कम रही। किसी प्रकार की अशांति को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
चामुर्ची में बंद का कुछ खास असर देखने को नहीं मिला। हालाकि वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह अधिकाश दुकानें बंद रही। लेकिन दोपहर होते-होते दुकानें खुलने के बाद स्थिति पूरी तरह से सामान्य एवं स्वाभविक हो गई। पंचायत कार्यालय, स्कूल एवं सरकारी प्रतिष्ठान आम दिनों की तरह ही खुले रहे। चाय बागान में बंद का असर पूरी तरह से बेअसर रहा। श्रमिक प्रतिदिन की तरह ही काम के लिए निकले। चामुर्ची बाजार में बुधवार को लगने वाला सप्ताहिक हाट भी लगी, लेकिन दुकानों की संख्या कम थी। जबकि चामुर्ची चेकपोस्ट स्थित भूटान गेट बंद होने के कारण भूटानी नागरिक चामुर्ची एवं चेक पोस्ट में बाजार करने नहीं पहुंचने से बाजार पूरी तरह से खाली खाली नजर आया।