शराब के धंधे से हटाकर मशरूम की खेती के लिए प्रेरित कर रही पुलिस
जलपाईगुड़ी पुलिस ने अभिनव पहल की है। शराब बनाकर बेचनेवालों से मशरूम की खेती कराई जा रही है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 08:44 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 08:44 PM (IST)
जलपाईगुड़ी [जागरण संवाददाता]। देसी शराब के कारोबार को रोकने के लिए जिला पुलिस ने मशरूम की खेती कराने की योजना बनाई है। इससे कमाई होगी तो गरीब तबके के लोग शराब के धंधे से खुद को अलग करेंगे। बुधवार को पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइति ने करलावैली चाय बागान में इसका उद्घाटन कर बाकायदा शुरुआत भी कर दी। इस मौके पर पंचायत समिति के अध्यक्ष सुचेता कर, निताई कर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंदिरा मुखर्जी, कोतवाली थाना के आइसी विश्वाश्रय सरकार समेत अन्य मौजूद थे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मशरूम की खेती से रोजगार मिलेगा। युवा व दूसरे लोग गलत दिशा में नहीं जाएंगे। मार्केट में मशरूम की अच्छी मांग व कीमत है। अगर महिलाएं इस काम में जुड़ेंगी तो उनके ही नहीं, पूरे परिवार के लिए बेहतर होगा। इसके लिए पुलिस हर प्रकार का सहयोग करेगी।
कोतवाली थाना के आइसी ने कहा कि मशरूम की खेती सहकारिता समूह के सदस्य करेंगे। इससे महीने में 20 हजार तक की आय प्राप्त की जा सकेगी। इस बारे में करलावैली चाय बागान के मैनेजर ने कहा कि इसके लिए वह हर प्रकार की सहायता करेंगे। बागान के उप प्रधान महेश राउतिया ने कहा कि पुलिस द्वारा उठाया गया यह कदम प्रशंसनीय है। यहां शराब की खरीद-बिक्री होती है। अगर रोजगार मिलेगा तो लोग गलत दिशा में नहीं जाएंगे।
गौरतलब है कि कई बार पुलिस की छापेमारी में देसी शराब बेचने के आरोप में लोगों को गिरफ्तार किया जाता रहा है। पकड़े गए लोगों का कहना था कि रोजगार के लिए वे लोग देसी शराब बनाते व बेचते हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मशरूम की खेती से रोजगार मिलेगा। युवा व दूसरे लोग गलत दिशा में नहीं जाएंगे। मार्केट में मशरूम की अच्छी मांग व कीमत है। अगर महिलाएं इस काम में जुड़ेंगी तो उनके ही नहीं, पूरे परिवार के लिए बेहतर होगा। इसके लिए पुलिस हर प्रकार का सहयोग करेगी।
कोतवाली थाना के आइसी ने कहा कि मशरूम की खेती सहकारिता समूह के सदस्य करेंगे। इससे महीने में 20 हजार तक की आय प्राप्त की जा सकेगी। इस बारे में करलावैली चाय बागान के मैनेजर ने कहा कि इसके लिए वह हर प्रकार की सहायता करेंगे। बागान के उप प्रधान महेश राउतिया ने कहा कि पुलिस द्वारा उठाया गया यह कदम प्रशंसनीय है। यहां शराब की खरीद-बिक्री होती है। अगर रोजगार मिलेगा तो लोग गलत दिशा में नहीं जाएंगे।
गौरतलब है कि कई बार पुलिस की छापेमारी में देसी शराब बेचने के आरोप में लोगों को गिरफ्तार किया जाता रहा है। पकड़े गए लोगों का कहना था कि रोजगार के लिए वे लोग देसी शराब बनाते व बेचते हैं।
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