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हाथी के हमले में महिला गंभीर रूप से घायल

संवाद सूत्र वीरपाड़ा इतने दिनों तक हाथी चाय बागान से सटे जंगल और वन बस्ती इलाकों में घुस जाया

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Jun 2021 05:05 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 05:05 PM (IST)
हाथी के हमले में महिला गंभीर रूप से घायल
हाथी के हमले में महिला गंभीर रूप से घायल

संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: इतने दिनों तक हाथी चाय बागान से सटे जंगल और वन बस्ती इलाकों में घुस जाया करता था। लेकिन इस बार शहर के रिहायसी इलाके में तीन हाथी पहुंच घुस गया। मंगलवार रात रात को साढ़े नौ बजे के करीब ती हाथी वीरपाड़ा के सुभाषपल्ली इलाके में घुस गया। यहां हाथी के धक्के से निशा पाल नामक एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के तुरंत बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल रेफर कर दिया गया। वन विभाग की ओर से घायल महिला के इलाज के लिए पूरा खर्च देने का आश्वासन वीरपाड़ा स्क्वायड के बिट ऑफिसर प्रीतम राय ने दिया है। जानकारी के अनुसार सुभाष पल्ली निवासी निशा पाल रात को खाने के बाद सड़क पर टहल रही थी। इसी दौरान अचानक हाथी सामने आ गया। हाथी के हमले में वह दूर जा गिरी। उनकी कमर में काफी चोटें आई है। इधर, हाथी के घुसने की खबर मिलते ही वनकर्मी मौके पर पहुंचे। काफी प्रसाद के बाद तीनों हाथियों को वापस जंगल की ओर भेजा जा सका। सुभाषपल्ली निवासी रविंद्र चक्रवर्ती ने कहा कि ऐसे इलाकों में हाथियों के आ जाने से लोगों में दहशत बढ़ गया है। 50 हाथियों के झुंड ने बढ़ाई लोगों की चिंता

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भोजन की तलाश में जंगल छोड़कर 50 हाथियों का झुंड रिहायसी इलाके में घुस गया है। बारपटिया ग्राम पंचायत के गौरीकोन इलाके से सटे तीस्ता नदी के नदी किनारे में हाथियों के झुंड को देखा जा रहा है। गत 3 दिनों से हाथियों का झुंड उसी इलाके में घूम रहा है। हाथियों ने किसानों के फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि 300-400 मीटर भीतर घुसते ही हाथी ग्राम में घुस जाएगी। इससे स्थिति और भयंकर हो सकती है। हाथियों के झुंड के चलते लोगों लोगों में काफी दहशत का माहौल है। वहीं हाथियों को रोकने के लिए पूरे इलाके में वन कíमयों को तैनात कर दिया गया है। बैकुंठपुर डिवीजन के वन अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया है। वन कíमयों द्वारा हाथियों पर निगरानी रखी जा रही है। रात के समय में तीस्ता किनारे मशाल जलाकर पहरा दे रहे हैं। लोगों की माने तो इससे पहले भी हाथियों का झुंड इलाके में घुसा था लेकिन उस समय हाथी खुद ही वापस चला गया था। अब हाथियों का झुंड काफी दिनों से घूम रहा है। वन कíमयों का अनुमान है कि बास के बैकुंठपुर जंगल और कठाममारी जंगल से ही हाथियों का झुंड घुसा होगा।

बैकुंठपुर वन विभाग के अधिकारी मंजुला तिरके ने कहा कि हाथियों का झुंड पिछले तीन दिनों से इलाके में घूम रहा है। किसानों के मकई की फसल खाने के लिए ही झुंड यहां आए हैं। वनकर्मियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है कि हाथी को कैसे वापस जंगल की ओर भेजा जा सके।


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