कमजोर करला पुल ने बढ़ाई लोगों की चिंता
- भारी व बड़े वाहनों की आवाजाही पर पहले ही लगा दी गई है रोक - उत्तर बंगाल विकास विभा
- भारी व बड़े वाहनों की आवाजाही पर पहले ही लगा दी गई है रोक
- उत्तर बंगाल विकास विभाग हुगली के तर्ज पर बनाएगी नई पुल: मोहन बोस जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: शहर के बीचो बीच बहने वाली करला नदी के ऊपर बनी पुल की अवस्था वर्तमान समय में जर्जर व बदहाल है। कोलकाता के माझेरहाट में पुल गिरने के बाद यहां के लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है। नगरपालिका चेयरमैन मोहन बोस ने भी आशंका जताई है। बीते काफी दिनों से सुनीतीबाला सदर बालिका विद्यालय के पास बने पुल को नगरपालिका की ओर से भी कमजोर पुल के रूप में चिन्हित किया गया है। पुल से भारी वाहनों के आवाजाही पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है। इसके बावजूद प्रतिदिन पुल से हजारों की संख्या में लोग आवाजाही करते हैं। इस पुल के पास से उच्च बालिका स्कूल भी है। इसलिये यहां से सैकड़ों की संख्या में छात्राएं भी आवाजाही करती है। साथ ही सदर अस्पताल जाने के लिए मरीज भी इस पुल का इस्तेमाल करते हैं।
स्थानीय निवासी व नगरपालिका के पूर्व पार्षद स्वरूप मंडल ने कहा कि करला नदी के ऊपर काफी दिनों से पुल बदहाल स्थिति में है। एक बार उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय की ओर से पुल का मरम्मत के लिए कदम उठाए गए थे। लेकिन फिर भविष्य में जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुए। इसलिये लोगों में डर बना हुआ कि पुल गिर सकती है। नगरपालिका की ओर से पुल कमजोर होने का नोटिस जरूर लगाया गया है। सामने पूजा है। इस दौरान पुल से आवाजाही करने वालों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है। अगर इसी दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटती है तो बहुत दुखद होगा।
स्थानीय सागर भौमिक ने कहा कि करला पुल के नीचे वाला लोहे के पीलर में जंग लग गया है। जो कभी भी टूट सकती है। पुल मरम्मत के लिए कोई जरूरी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। लोगों ने विकल्प पुल की मांग की है।
जलपाईगुड़ी नगरपालिका के चेयरमैन मोहन बोस ने कहा कि सुनीनीबाला सदर बालिका स्कूल से सटे पुल कमजोर व जर्जर अवस्था में है। यहां से भारी व बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई जा चुकी है। पहले भी मरम्मत कर पुल चलाने का प्रयास किया जा चुका है। लेकिन अब पुल चलने लायक नहीं है। अवस्था दिन प्रतिदिन खराब ही होती जा रही है। इसे तोड़कर नए पुल बनाए जाने की योजना है। यह का उत्तर बंगाल विकास विभाग की ओर से किया जाएगा। जो दिखने में बिल्कुल हुगली के पुल के समान होगा। टेंडर प्रक्रिया के चलते कुछ समय लग रहा है। एजेंसी को काम मिलते ही पुल तोड़ दिया जाएगा। पुल के कमजोर होने के बारे में लोगों को सतर्क किया जा चुका है। पुलिस इस पर निगरानी रख रही है।