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दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में जलपाईगु़ड़ी हुआ रौशन, पंडालों में उमड़े लोग

जलपाईगुड़ी में दुर्गापूजा धूमधाम से मनाई जा रही है। दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में पूरा शहर रौशन है। पंडालों में भीड़ उमड़ने लगी है।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 08:11 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 08:11 PM (IST)
दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में जलपाईगु़ड़ी हुआ रौशन, पंडालों में उमड़े लोग
दुर्गोत्सव के उपलक्ष्य में जलपाईगु़ड़ी हुआ रौशन, पंडालों में उमड़े लोग

 जलपाईगुड़ी, [जागरण संवाददाता]। जलपाईगुड़ी जिले में दुर्गापूजा को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। षष्ठी से विभिन्न पंडालों में लोगों की भीड़ देखी जा रही है। पूजा को लेकर पूरा जलपाईगुड़ी शहर रौशन है। 

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जाग्रत सार्वजनिक पूजा कमेटी के पूजा पंडाल में भीतर घुसते ही मेढक की आवाज सुनाई देती है। इस पंडाल को विशेष कर बच्चों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस बार पूजा थीम में सबूज शांति (हरियाली) को दिखाया गया है। पूजा कमेटी के सदस्य गोपाल चंद ने कहा कि पर्यावरण व पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए ही इस थीम का चयन किया गया है। बांस, प्लाई, कपड़े से पंडाल का निर्माण किया गया है। कुल 12 लाख की लागत से काम पूरा हुआ है। पर्यावरण की रक्षा के लिए ही मेढक की आवाज पंडाल के भीतर सुनने को मिल रही है। यह बच्चों को ज्यादा आकर्षित कर रही है। नवदीप के कारीगरों ने पूरे पंडाल का निर्माण किया है। 

बामनपाड़ा सार्वजनिक दुर्गापूजा कमेटी के पंडाल में शनिवार शाम को जिला पुलिस अधीक्षक अमिताभ माइति ने पंडाल का उद्घाटन किया था।  कमेटी के सदस्य सुशोभन सरकार ने कहा कि इस बार पूजा का थीम स्वप्न (सपना) रखा गया है। फालाकाटा व नदिया के कारीगरों ने मिलकर पंडाल का निर्माण किया है। रेशम  के कपड़े, शीशा, घंटी आदि को प्रयोग में लाकर पंडाल बनाया गया है। चतुर्थी के दिन से ही यहां भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। पंडाल में देवी दुर्गा की प्रतिमा की भी विशेषता है। रावण का वध किया गया है लेकिन खून के निशान बिल्कुल नहीं हैं। हिंसा रोकने के लिए भी प्रतिमा के माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया है।  

मयनागुड़ी सनराइज क्लब के पूजा का मतलब ही एक प्रकार की चमक है। इस वर्ष सनराइज क्लब ने अपना 66 वर्ष पूरा कर लिया है। कुल 23 लाख की लागत से पंडाल का निर्माण किया गया है। पूजा का थीम शिकार का लक्ष्य रखा गया है। यहां की लाइटिंग व्यवस्था चंदन नगर की है। पंडाल में घुसते ही दर्शनार्थियों को अफ्रीका के जंगल में शिकार कैसे किया जाता है, इस बारे में दिखाया गया है। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कारीगरों ने पंडाल का निर्माण किया है। 

मयनागुड़ी आनंद नगर यूथ क्लब पूजा ने इस साल 57 साल पूरे कर लिए हैं। 26 लाख रुपये खर्च करके पंडाल बनाया गया है। अलग-अलग दिनों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जलपाईगुड़ी पांडापाड़ा क्लब ने इस बार पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया है। कमेटी की तरफ से अनिंद्य मजूमदार ने कहा कि वर्तमान समय में लोगों में विभिन्न कारणों से हताशा बढ़ रही है। इसलिए पंडाल के माध्यम ये पर्यावरण सुरक्षा के साथ मन की शांति का संदेश दिया गया है। टीना, चट, अल्मूनियम का प्रयोग कर 18 लाख की लागत से 70 दिनों में पंडाल का काम पूरा किया गया है। इस बार पूजा 90 वर्ष पूरा कर लेगी। 

जलपाईगुड़ी तरुण दल सार्वजनिक पूजा कमेटी ने प्लास्टिक का व्यवहार बंद कर पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया है। कमेटी के महासचिव आशीष सरकार ने कहा कि पूजा के 59 वर्ष पूरे होने पर 14 लाख के बजट से पंडाल का काम पूरा किया गया है। इसमें कांच, फाइबर व फम का उपयोग किया गया है। पूर्व मेदनीपुर के कांथी के कारीगरों ने पंडाल का काम पूरा किया है। 

 

नागराकाटा संवाद सूत्र के अनुसार विभिन्नताओं में एकता थीम को सामने रखकर ही आंगराभाषा दो नंबर ग्राम पंचायत के अंतर्गत धूमपाड़ा सार्वजनिक दुर्गा पूजा ईडीएसपी कमेटी का पंडाल निर्माण किया गया है। इस पूजा में हर समुदाय के लोग शामिल होते हैं। इस बार पूजा अपना 89 वर्ष पूरा कर रही है। पूजा कमेटी की ओर से बताया गया है कि प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी अष्टमी व नवमी पर आरती प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। दशमी को सभी समुदाय के संस्कृति व परंपरा को दर्शाया जाएगा। 


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