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चिकित्सकों की लापरवाही पर बनी जांच कमेटी

- दो अलग-अलग मामलों में कमेटी सौंपेगी रिपोर्ट, आरोप साबित हो पर होगी कार्रवाई जाग

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 06:43 PM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 06:43 PM (IST)
चिकित्सकों की लापरवाही पर बनी जांच कमेटी
चिकित्सकों की लापरवाही पर बनी जांच कमेटी

- दो अलग-अलग मामलों में कमेटी सौंपेगी रिपोर्ट, आरोप साबित हो पर होगी कार्रवाई

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जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: गलत हाथ पर प्लास्टर चढ़ाने व मृत संतान के जन्म को लेकर चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगा था। उक्त दोनों मामले को लेकर ही जलपाईगुड़ी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच के आदेश दिए गए हैं। आरोप साबित होने पर कार्यरत चिकित्सकों पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। उक्त बातें जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल के अधीक्षक गयाराम नस्कर ने कही है। उन्होंने कहा कि दोनों परिवारों की ओर से शिकायतें मिली है। जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। जो एक रिपोर्ट तैयार कर अस्पताल प्रबंधन को सौंपेगी। अरोप साबित होने पर चिकित्सकों पर कार्रवाई होगी।

ज्ञातव्य है कि जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में लापरवाह चिकित्सकों ने पांच वर्ष के बच्चे के दाएं हाथ पर पलास्टर चढ़ा दिया जबकि बायां हाथ टूटा था। इसको लेकर अस्पताल परिसर में बच्चे के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को ही जलपाईगुड़ी मदर एंड चाइल्ड हब के चिकित्सकों की लापरवाही से नवजात की मौत का मामला सामने आया था। इसको लेकर मदर व चाइल्ड हब में मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मशक्कत के बाद गुस्साए लोगों को शांत कराया। मंगलवार को पीड़िता चुमकी बेगम के पति ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

परिजनों ने आरोप लगाया था कि प्रसव पीड़ा होने पर आई गर्भवती चुमकी बेगम को अस्पताल से यह कह कर छुट्टी दे गई कि अभी प्रसव में विलंब है। लेकिन उसी रात प्रसव पीड़ा बढ़ने पर इलाज के लिए चुमकी बेगम को अस्पताल आना पड़ा। इस बार जन्मे संतान को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। धुपगुड़ी के टांगामारी निवासी चुमकी को प्रसव की तारीख 28 अगस्त बताई गई थी। इस आधार पर 26 अगस्त को उसे जलपाईगुड़ी मदर एंड चाइल्ड हब में भर्ती कराया गया था। लेकिन डॉक्टरों ने 27 अगस्त को उसको छुट्टी दे दी। इसके बाद उसी रात को फिर चुमकी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। महिला ने मृत संतान को जन्म दिया। परिवारवालों का आरोप है कि समय रहते मरीज अस्पताल आ गई थी लेकिन डॉक्टरों ने उसे वापस भेज दिया। अगर समय रहते प्रसव करा दिया गया होता तो संतान मृत जन्म नहीं लेता।


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