मुख्यमंत्री गोले को डिवेट के लिए चैलेंज करने वाले मुखिया गायब, ये है पूरा मामला
संवादसूत्र गंगटोक राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (गोले) को एक हप्ते के अंदर डिवेट के लिए
संवादसूत्र, गंगटोक : राज्य के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामाग (गोले) को एक हप्ते के अंदर डिवेट के लिए चैलेंज करने वाले ऑल सिक्किम ट्रक ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष भीम बहादुर मुखिया के गायब होने की खबर से राज्य में सनसनी मची हुई है। भीम बहादुर मुखिया ने गत 26 मार्च को अपनी सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए मुख्यमंत्री को डिवेट के लिए ललकारा था। उन्होंने वीडीयो में कहा था, कि राज्य के मुख्यमंत्री ने ट्रक ड्राइवरों के हित में ट्रक रखने की जगह पार्किंग बनाने का वचन दिए थे, जो आज तक नहीं बन पाया है। राज्य सरकार ने जो 100 दिन के अंदर काम करने का वचन दिया था वो भी पूरा नहीं किया। इस बारे में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग भी चुप है।
उन्होंने कहा कि एक हप्ते के अंदर मुख्यमंत्री उनके साथ डिवेट में नहीं आए तो उनकी सरकार गिरा देंगे। यदि सरकार नहीं गिरा पाएं तो वह सिक्किम में अपनी मुह भी नहीं दिखाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि एसकेएम सरकार को सत्ता में लाने के लिए खुद ने 13 साल संघर्ष किया है। मुख्यमंत्री के द्वारा 18 हजार युवाओं को नौकरी, होम गार्ड कर्मचारीयों की सैलेरी 20 हजार रुपये प्रति माह और प्रत्येक घर में सरकार नौकरी देने का वचन दिया गया था। यदि सरकार ये सब करने में असमर्थ है तो वो लोग अपनी पद से इस्तीफा दे दें। उन्होंने सिक्किम पुलिस के एडीजीपी अक्षय सचदेवा को भी चैलेंज किया था। उन्होंने अपने सह चालक को जलाकर मारने का प्रयास किया गया, लेकिन उस समय लॉ एंड अर्डर कुछ काम नहीं आया ऐसा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यदि एडीजीपी के पास ऐसे समस्याओं का समाधान करने के लिए पावर नहीं है तो वो भी अपनी पद से इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि सिक्किम में राम नहीं रावण राज्य है यह कहा था। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार वह इस वीडीयो को अपलोड करने के बाद घर से गायब हुए थे, जिसे लेकर सदर थाने में 28 मार्च को मीसिंग रिपोर्ट दर्ज किया गया था।
वही दूसरी ओर परिवारवालों के बयान के अनुसार वह सुधार गृह पर है और वह मानसिक रोगी है। इसखबर से सनसनी होने के बाद जब पत्रकारों की एक टोली उनके घर में परिवारवालों से मिलने पहुंची, तो इसकी अलग सी कहानी निकली है। गुरुवार को जब उनकी पत्नी सरिता मुखिया से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे पति मानसिक रोगी है और वह एक साल से मानसिक रोग की दवा खा रहे है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि 26 मार्च को उनके पति ने मुख्यमंत्री को चैलेंज करके एक वीडीयो जारी किया था, जिसके बाद वह घर से गायब हो गए थे। परिवार पक्ष ने उनके गायब होने के बाद 28 मार्च को सदर थाना में मिसिंग रिपोर्ट भी दर्ज किया था। गत 30 मार्च के दिन भीम बहादुर ने खुद घरवालों को नई फोन नंबर से काल किया। जिसके बाद परिवारवालों ने उन्हें घर आने के लिए अपील की। उनकी घर आने के बाद परिवारवालों ने पूर्वी सिक्किम के 32 नंबर स्थित एक सुधार गृह में उन्हें उपचार के लिए भेज दिया है।
उनकी पत्नी ने कहा है कि ऑल इंडिया सिक्किम ट्रक चालक संघ के सदस्यों ने भीम बहादुर द्वारा दिए गए बयान का खंडन किया था। उनका कहना है कि संघ के सदस्यों ने उनकी पारिवारिक और निजी स्थिति को जाने बगैर उनके विरुद्ध बयान दिया है। उनकी मानें तो एसोसिएशन के कोई भी सदस्य उनकी स्थिति और उन्होंने क्यों ऐसा बयान दिया ये जानने के लिए उनके घर नहीं गए। एसोसिएशन ने उनके पद से बर्खास्त करने का पत्र भी पीडित परिवार की बेटी के हाथों भेज दिया था। उन्होंने एसोसिएशन के सदस्यों से उनकी सत्यता जाने बगैर ही उनको पद से निकालने का निर्णय लिया।
दुसरी ओर उन्होंने जानकारी दी है कि उनके बच्चे भी इस काड के बाद चिंतित है, ऐसी स्थिति से बच्चे कहीं गलत कदम ना उठा बैठे। उन्होंने ये भी कहा कि भीम बहादुर के मिलने के बाद सदर थाना में दर्ज रिपोर्ट वापिस लिया गया है। भीम बहादुर की पत्नी ने कहा कि उनके पति का विडियो को वायरल किया गया है और इसे राजनीतिकरण ना करने की अपील है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री, राजनीतिक सचिव जैकब खालिंग और अक्षय सचदेवा से अपने पति की तरफ से माफी मागी है। उन्होंने यह भी कहा कि सुधार गृह में उनके पति उपचाराधिन है लेकिन उनके साथ अबतक मुलाकात नहीं हुई है। फोटो 01- ट्रक ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष भीम बहादुर मुखिया