'एनआरसी नहीं कर्ज से परेशान होकर किसान ने की आत्महत्या'
- भाजपा किसान मोर्चा ने पत्रकार वार्ता करके राज्य सरकार पर किया हमला जागरण संवाददाता जलप
- भाजपा किसान मोर्चा ने पत्रकार वार्ता करके राज्य सरकार पर किया हमला
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: एनआरसी की दहशत से नहीं बल्कि कर्ज न देने पाने से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। उक्त बातें भाजपा किसान मोर्चा ने कही है। मोर्चा के नेताओं ने मृतक परिवार के घर पहुंचकर मामले के बारे में जानने की कोशिश की। संगठन के राज्य महासचिव अरुण मंडल ने शनिवार को जलपाईगुड़ी प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि कर्ज के दबाव में आकर ही किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री एनआरसी के नाम पर आत्महत्या करने की बात कहकर दो लाख रुपये की मुआवजे का एलान कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि मयनागुड़ी ब्लॉक के भोटपट्टी निवासी अन्नदा राय पेशे से किसान थे। राज्य सरकार ने उसे जमीन का पट्टा भी नहीं दिया है। गत वर्ष उसने अपनी जमीन बंधक पर दे दी। इसके बाद से वह आर्थिक, पारिवारिक समेत कई समस्याओं से ग्रसित होने लगा। शादी भी बार-बार टूट जा रही थी। महाजन का पैसा नहीं लौटा पाने के कारण ही उसने आत्महत्या कर ली। लेकिन एनआरसी के नाम पर आत्महत्या करने की बात बिल्कुल गलत है। बस अफवाह फैलाई जा रही है। किसान मोर्चा के सदस्य उसके घर पर जाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस व तृणमूल के लोग उनलोगों को भीतर नहीं घुसने दे रही है। पूरे राज्य में किसानों को वंचित किया जा रहा है। इस दिन पत्रकार वार्ता में भाजपा किसान मोर्चा के जलपाईगुड़ी जिला के महासचिव नकुल मंडल, बप्पी गोस्वामी भी मौजूद थे।
वहीं मृतक अन्नदा के भाई दक्षदा राय ने कहा कि उसके भाई ने बैंक से दो लाख रुपये का कर्ज लिया था। लेकिन पैसा नहीं लौटा पाने के कारण उसपर तरह-तरह से दबाव बनाया जाने लगा। फलस्वरूप वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा और इसी कारण आत्महत्या की है। उन्होंने ये भी कहा कि एनआरसी को लेकर कागजात खोजने को लेकर भी वह परेशान था। मंत्री गौतम देव ने कहा कि भाजपा के एनआरसी के कारण ही किसाने ने आत्महत्या की है।