नशा मुक्ति केंद्र में इलाजरत व्यक्ति की मौत, होम सचिव गिरफ्तार
शहर के टोपामारी इलाके के नशामुक्ति केंद्र में इलाज करा रहे व्यक्ति पियुष दास की रहस्यमयी परिस्थिति में मौत होने का मामला सामने आया है।
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : शहर के टोपामारी इलाके के नशामुक्ति केंद्र में इलाज करा रहे व्यक्ति पियुष दास की रहस्यमयी परिस्थिति में मौत होने का मामला सामने आया है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने जलपाईगुड़ी कोतवाली थाने में होम के सचिव समेत छह लोगों के खिलाफ पियुष की हत्या किए जाने का आरोप लगा नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। जांच में जुटी पुलिस ने होम के सचिव को गिरफ्तार कर लिया है।
होम के सचिव तन्मय राय ने बताया कि पियुष को शराब पीने की लत थी। शराब पीते पीते वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गया था। उसके परिजनों ने उसको इलाज के लिए ही होम में भर्ती कराया था। तन्मय राय का कहना है कि मंगलवार की रात उनकी मां की तबीयत बिगड़ गई थी। इस वजह से वह होम से घर चले गए थे। बुधवार तड़के पियुष ने होम के शौचालय में गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। नाइट गार्ड ने उसको बाथरूम में फंदे से लटके देखा। उसको तत्काल जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई।
कोतवाली थाना के आइसी विश्वाश्रय सरकार ने कहा कि पियुष जलपाईगुड़ी ट्रस्ट फाउंडेशन नामक नशा मुक्ति केंद्र में छह फरवरी से चिकित्साधीन था। मंगलवार को उसकी जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मौत हुई है। प्रथमदृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। आइसी ने कहा कि पियुष के परिजनों की लिखित शिकायत पर होम के सचिव तन्मय राय को गिरफ्तार किया गया है।
मृतक के जीजा भीष्म देव राय ने कहा कि उनके साले पियुष को नशे की लत थी। वह घर में तोड़फोड़ करता था। नशे की लत छुड़ाने के लिए उसे छह फरवरी को टोपामारी इलाके के नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। होम की ओर से इसके लिए 20 हजार रुपये फीस लिया गया था। वहां पियुष को भर्ती कराने के दौरान होम की ओर से कई कागजात पर परिजनों से हस्ताक्षर कराया गया था। मंगलवार को पियुष के परिजन मिलने पहुंचे तो उन्हें नहीं मिलने दिया गया। बुधवार की सुबह होम की ओर से फोन कर जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में पियुष के मौत होने की खबर दी गई।