दार्जिलिंग मेल हल्दीबाड़ी से ही चलेगी: डॉ जयंत राय
- हल्दीबाड़ी से चलने पर जलपाईगुड़ी और कूचबिहार के लोग भी होंगे लाभांवित जागरण संवा
- हल्दीबाड़ी से चलने पर जलपाईगुड़ी और कूचबिहार के लोग भी होंगे लाभांवित
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: मुझे नहीं पता कि दार्जिलिंग मेल के बारे में किसने क्या कहा। दार्जिलिंग मेल हल्दीबाड़ी से ही चलेगी। उक्त बातें जलपाईगुड़ी के सासद ने डॉ जयंत कुमार राय ने कही है। उन्होंने कहा कि न्यू जलपाईगुड़ी और हल्दीबाड़ी दोनों मेरे संसदीय क्षेत्र में आता है। इसलिए मैं दोनों जगहों का विकास करना चाहता हूं। दार्जिलिंग मेल हल्दीबाड़ी से खुलने के कारण कूचबिहार और जलपाईगुड़ी जिले के लोगों का भी लाभ होगा। ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी से पहले जैसे चलती थी, अभी भी वैसे ही चलेगी। इसमें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। एनजेपी वंचित नहीं है। उसके विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेशन बनाने का काम चल रहा है।
इतने दिन दार्जिलिंग मेल न्यू जलपाईगुड़ी से सियालदह जाती थी, लेकिन हल्दीबाड़ी से दार्जिलिंग मेल के दो डिब्बे न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से जुड़ते थे और दार्जिलिंग मेल की मुख्य ट्रेन में शामिल हो जाते थे। लेकिन अब ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेल मंत्रालय ने दार्जिलिंग मेल ट्रेन को एलएचबी कोच देने का फैसला किया है। फिर रेल मंत्रालय द्वारा दार्जिलिंग मेल के दो डिब्बों को हल्दीबाड़ी से हटा दिया गया। तब जलपाईगुड़ी के सासद डॉ. जयंत कुमार रॉय ने रेल मंत्रालय से संपर्क किया और दार्जिलिंग मेल को हल्दीबाड़ी से चलाए जाने की मांग की। इससे जलपाईगुड़ी और कूचबिहार दोनों जिले के लोग लाभांवित होंगे। फिर 15 अगस्त से दार्जिलिंग मेल न्यू जलपाईगुड़ी की जगह हल्दीबाड़ी से सियालदह चलने लगी। इसके बाद ही विवाद शुरू हो गया। दार्जिलिंग के सांसद राजृू बिष्ट, विधायक शंकर घोष और मेयर गौतम देव ने दार्जिलिंग मेल दुबारा एनजेपी से चलाए जाने की मांग की।
इसे लेकर ही जलपाईगुड़ी के सांसद डॉ जयंत कुमार राय ने कहा कि कौन किया कहता है, यह देखना नहीं है। दार्जिलिंग मेल हल्दीबाड़ी से ही चलेगी। इस बारे में रेल मंत्रालय से बात हो चुकी है। एनजेपी के साथ हल्दीबाड़ी का विकास देखना भी उनका काम है।