शिवरात्रि के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों व श्रद्धालुओं के लिए भंडारा का आयोजन
संवादसूत्र चामूर्ची महाशिवरात्रि के उपलक्ष में जहा मंदिरों एवं तीर्थ स्थानों में विभिन्न श्रद्धालुओं
संवादसूत्र, चामूर्ची : महाशिवरात्रि के उपलक्ष में जहा मंदिरों एवं तीर्थ स्थानों में विभिन्न श्रद्धालुओं के लिए भंडारे एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम किया जाता है। वही शुक्रवार को बानरहाट स्थित श्रवण मेमोरियल स्कूल में स्कूल मैनेजमेंट की ओर से विद्यार्थियों अभिभावकों एवं आम लोगों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल अवकाश के पश्चात काफी संख्या में विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं आम लोगों ने भंडारे में जाकर भोजन का आनंद उठाया। स्कूल के निर्देशक जयचंद अग्रवाल ने बताया स्कूल की ओर से इस दिन महाशिवरात्रि के उपलक्ष में भंडारे का आयोजन किया गया है, ताकि बच्चों एवं अभिभावकों को भी शिवरात्रि के पावन पर्व में प्रसाद के रूप में पुरी, सब्जी सहित मिष्ठान खिला सके। स्कूल गेट के समीप निशुल्क भंडारे का आयोजन किया गया था। जहा पर काफी संख्या में लोगों ने भंडारे का आनंद उठाया।
वही दूसरी ओर पड़ोसी देश भूटान के सामसे जिला में स्थित बुके महाकाल धाम शिव भक्तों के लिए श्रद्धा एवं आस्था का शिव धाम है। महाशिवरात्रि के दिन हजारों श्रद्धालु बुके महाकाल धाम के शिवालय में जल चढ़ाने पहुंचते हैं। चामूर्ची से करीब सात किलोमीटर दूर पर स्थित बुके महाकाल धाम पहुंचने का रास्ता दुर्गम होते हुए भी श्रद्धालु नदी, नाले खेत खलियान होते हुए प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन करते हुए धाम पहुंचते हैं। जहा प्राकृतिक शिवालय हैं। इस दिन महाशिवरात्रि के उपलक्ष में बुके महाकाल धाम जाने वाले रास्ते के खाना भर्ती नदी की तलहटी में चामूर्ची बाजार की कुछ श्रद्धालुओं द्वारा निशुल्क भंडारा का आयोजन किया गया। ताकि शिव धाम जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं को निशुल्क भोजन कराया जा सके। इस भंडारे में डुआर्स, तराई, पहाड़ सहित भूटान के भी हजारों श्रद्धालु प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण करते हुए आत्मा तृप्ति महसूस करते हैं। चामूर्ची के श्रद्धालु प्रेम प्रकाश शर्मा,पितरुस अग्रवाल, चंद्र बहादुर विश्वकर्मा, अनिल महतो बताते हैं कुछ श्रद्धालुओं के सहयोग से प्रतिवर्ष हम लोग महाशिवरात्रि के दिन नि:शुल्क भंडारा लगाते हैं। ताकि शिव धाम जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को भोजन कराया जा सके। इस कार्य से उन्हें काफी संतुष्टि मिलती है। रात से ही हम लोग इस सेवा में जुड़ जाते हैं। भंडारा में पुरी, सब्जी खिचड़ी, चाय सहित मिठाइया भी रखते हैं। भंडारा लगाए जाने वाले जगह से महाकाल धाम की दूरी चार किलो मीटर है। जहां श्रद्धालु प्राकृतिक गुफा के अंदर जल चढ़ाने आते हैं। आज महाशिवरात्रि के इलाके के सभी मंदिरों में काफी संख्या में श्रदालु पहुंचे। विशेषकर कटहलगुड़ी के उमेश धाम ,चूनाभट्टी के नीलकंठ मंदिर, चामूर्ची बागान के देवता खाल मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा। आज शाम को चुनाभट्टी नीलकंठ मंदिर में भजन संध्या एवं धार्मिक कार्यक्रम रखा गया है।