वेतन कम बढ़ने से नाराज भाजपा श्रमिक संगठन ने की गेट मीटिंग
- लगातार आंदोलन की चेतावनी सांसद जॉन बारला ने कहा श्रमिकों को ठगा गया - तृणमूल नेता मो
- लगातार आंदोलन की चेतावनी, सांसद जॉन बारला ने कहा श्रमिकों को ठगा गया
- तृणमूल नेता मोहन शर्मा ने कहा भाजपा में पास कोई मुद्दा नहीं, पहले असम के चाय श्रमिकों की चिंता करे संवाद सूत्र, नागराकाटा: वेतन बढ़ोतरी की प्रक्रिया और परिमाण को लेकर नाराज स्टाफ और सब स्टॉफों का गेट मीटिंग शनिवार को भी जारी रहा। उक्त विषयों को लेकर भाजपा समर्थित श्रमिक संगठन भारतीय टी वर्कर्स यूनियन ने लगातार आंदोलन की चेतावनी दी है। संगठन के चेयरमैन और अलीपुरद्वार के सासंद जॉन बारला ने कहा कि केवल 26 रुपये दैनिक मजदूरी बढ़ाकर श्रमिकों को ठगा जा रहा है। इसके विरोध में लगातार आंदोलन होगा। जल्द ही संगठन की ओर से बैठक बुलाकर आगे की योजना बनाई जाएगी। स्टाफ और सब स्टॉफ ज्वाइंट कमेटी के संयोजक आशीष बसु ने कहा कि पुराने समझौते के आधार पर वेतन निर्धारित हो। गत बुधवार की बैठक में श्रम मंत्री ने आश्वासन दिया है। अगली बैठक 11 फरवरी को होने वाली है। तब तक इंतजार किया जाएगा, अगर इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
चाय श्रमिक संगठन ज्वाइंट फोरम के संयोजक मनी कुमार दर्नाल ने कहा कि श्रमिकों के साथ न्याय नहीं हुआ। तीन वर्ष पहले हुए समझौते के आधार पर अगर वेतन बढ़ोतरी होती तो श्रमिकों को 258 रुपये बढ़ना चाहिए। न्यूनतम मजदूरी क्यों नहीं तय की जा रही है, ये समझ से परे है। इसे लेकर चाय बागान तृणमूल कांग्रेस मजदूर यूनियन के अध्यक्ष मोहन शर्मा ने कहा कि भाजपा केवल राजनीति कर रही है। उनलोगों के पास दूसरा कोई विषय नहीं है। राज्य सरकार जिस प्रकार श्रमिकों के हित में काम कर रही है, ये इतिहास में शायद ही कभी हुआ होगा। भाजपा श्रमिक संगठन पहले अपने असम राज्य में चाय श्रमिकों की हालत ठीक करे। संगठन के ही एक अन्य नेता बबलू मजूमदार ने कहा कि न्यूनतम मजदूरी उनलोगों की भी मांग है। लेकिन पहले सभी बाधाओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच धीरे-धीरे कुछ मजदूरी में बढ़ोतरी की जा रही है।