आठ दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में कार्बनिक खेती पर चर्चा
- सात राज्यों के कुल 28 कृषि प्रतिनिधि ले रहे हैं हिस्सा संवाद सूत्र, कालिम्पोंग: आइसीएआर
- सात राज्यों के कुल 28 कृषि प्रतिनिधि ले रहे हैं हिस्सा
संवाद सूत्र, कालिम्पोंग: आइसीएआर-इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट, रीजनल स्टेशन, कालिम्पोंग ने विस्तार निदेशालय, कृषि मंत्रालय के वित्तीय सहायता के तहत उन्नत कार्बनिक प्रौद्योगिकी पर विस्तार करने की क्षमता निर्माण व नवीन विस्तार दृष्टिकोण द्वारा इसके प्रचार को लेकर आठ दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर शुरू किया। इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर कालिम्पोंग के एडीएम अब्दुल रकीब, कालिम्पोंग के प्रभारी डॉ शरद गुरुंग व डॉ डी बर्मन ने शिविर का उद्घाटन किया। प्रशिक्षण में 7 राज्यों (दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, सिक्किम और पश्चिम बंगाल) से कुल 28 कृषि अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
एडीएम, कालीम्पोंग ने रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग के हानिकारक प्रभावों के संदर्भ में कार्बनिक खेती के महत्व पर जोर दिया। साथ ही भविष्य को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए प्रत्येक राज्य के लिए ध्वनि रणनीतियों को तैयार करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। प्रशिक्षण निदेशक, डॉ सुजीत सरकार ने बताया कि प्रतिभागियों को कार्बनिक मिट्टी के स्वास्थ्य प्रबंधन, कीट और रोग प्रबंधन, कार्बनिक खरपतवार प्रबंधन, एकत्रित खेती, कार्बनिक इनपुट तैयारी, कार्बनिक प्रमाणन और विपणन , ऊर्जा प्रबंधन, कार्बनिक पशुपालन प्रथाओं की वैज्ञानिक तकनीकों जैसे जैविक खेती के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। उक्त प्रशिक्षण से भविष्य में नीतियों और कार्बनिक खेती के प्रति रूपातरण के लिए मार्गदर्शन तैयार करने के लिए प्रत्येक राज्य के अनुभव को साझा किया जाएगा। इससे काफी सुविधा होगी। शिविर को लेकर कृषि प्रतिनिधियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।