बेचने के लिए जगह नहीं मिलने से प्रतिमा बिक्री का बहिष्कार
- विधायक के साथ मूर्तिकारों की बैठक में नहीं निकला कोई समाधान जोरदार आंदोलन की चेत
- विधायक के साथ मूर्तिकारों की बैठक में नहीं निकला कोई समाधान, जोरदार आंदोलन की चेतावनी
संवाद सूत्र, धुपगुड़ी: सरस्वती पूजा से पहले मूर्तिकारों ने बंद बुलाया है। कुम्हारटोली में जमीन विवाद को लेकर ही धुपगुड़ी में मूर्तिकारों ने प्रतिमा बिक्री का बहिष्कार किया है। सरस्वती पूजा से एक दिन पहले सोमवार को लिए गए फैसले से श्रद्धालु की परेशानी बढ़ गई है। शिक्षण संस्थान से लेकर घर में पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को कुम्हारटोली से खाली हाथ वापस लौटना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार इस विवाद की शुरूआत गत शुक्रवार से ही शुरू हो गई थी। इससे एक दिन पहले गुरुवार दोपहर को कुमलाई पुल के पास प्रतिमा निर्माण और बिक्री के लिए बाजार बनाया गया था। इसका नाम धुपगुड़ी कुम्हारटोली रखा गया था। फिर इसके दूसरे दिन ही शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने उसी जगह पर दुकान लगाने की बात कही। उक्त मांग के बाद ही दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। घटना की सूचना पाकर धुपगुड़ी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के समझाने के बाद दोनों पक्ष शांत हो गए। सोमवार सुबह को विधायक ने दोनों पक्षों को लेकर बैठक की। यहां कोई समाधान नहीं निकलने के कारण मूर्तिकारों ने प्रतिमा बिक्री का बहिष्कार करने का फैसला लिया और अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आगामी दिनों में जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
मूर्तिकार महानंद पाल ने कहा कि उनके संगठन के सचिव दयाल पाल सोमवार को विधायक के घर गए थे। लेकिन बैठक में कोई हल नहीं निकला। इसलिये प्रतिमा नहीं बेचने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि 15 लाख का प्रतिमा बनकर तैयार है। उनलोगों को प्रतिमा बेचने के लिए कुम्हारटोली का जगह दिया जाए।