वन्यप्राणी संरक्षण व मनुष्य-वन्यजीव के संघर्ष को लेकर जागरूकता शिविर
संवादसूत्र मालबाजार वन्य प्राणी संरक्षण व मनुष्य-वन्यजीव के संघर्ष को रोकने के उद्देश्य से इस बा
संवादसूत्र, मालबाजार : वन्य प्राणी संरक्षण व मनुष्य-वन्यजीव के संघर्ष को रोकने के उद्देश्य से इस बार जंगल के संलग्न ग्राम पंचायत प्रधान, सदस्य, पंचायत समिति के अध्यक्ष व संयुक्त वन संचालन समिति के सदस्यों को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शुक्रवार को चालसा के एक प्राइवेट होटल में जर्मन सरकार की संस्था जीआईजेट की ओर से एवं वन विभाग के सहयोग से इस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में जलपाईगुड़ी जिले के जंगल के संलग्न सात ग्राम पंचायत, पांच पंचायत समिति व चार संयुक्त वन संचालन समिति के सदस्य उपस्थित थे।
मालूम हो कि वन प्राणी जिस प्रकार से घने आवादी इलाके में चले आते है और वहां पर जान माल का नुकसान करते है। इसी क्रम में अन्य वन्य जीव भी मारे जाते है। जंगल के संलग्न विभिन्न चाय बागान व गांवों में अक्सर हाथी, तेंदुए व बाइसन के आने की खबर मिलती है। इसमें लोग घायल से लेकर मौत तक हो जाती है। दिन प्रतिदिन इस घटना में बढ़ोतरी हो रही है। इसे लेकर वन विभाग से लेकर पर्यावरण प्रेमी परेशान है। वन प्राणियों के हमले में से परेशान लोग वन विभाग के विभिन्न बीट अधिकारी व रेंज कार्यालय का घेराव भी कर चुके है।
शिविर में उपस्थित वाइल्ड लाइफ वार्डन सीमा चौधरी ने कहा कि मुख्य रूप से वन प्राणी संरक्षण व लोगों के वन प्राणियों के बीच तालमेल लेकर चलने को लेकर सभा आयोजित की गई।
इस दिन शिविर के आयोजक जीआईजेड के शुभद्वीप भट्टाचार्य ने कहा कि वन्य प्राणी संरक्षण व हमले को रोकने के लिए पंचायत प्रशासन व संयुक्त वन संचालन समिति किस प्रकार से कदम उठा सकते है। इस पर विशेष रूप से चर्चा की गई।
शिविर में जलपाईगुड़ी वन विभाग के डीएफओ मृदुल कुमार, गोरूमारा डीएफओ निशा गोस्वामी, पूर्व सीसीएफ प्रशांत कुमार पांडे, एडीएफओ मनिष यादव सहित अन्य उपस्थित थे।