बोनस पर नहीं बनी बात, तो होगा जोरदार आंदोलन : यूनियन
- पिछले साल की तुलना में इस साल चाय उत्पादन बेहतर जियाउल आलम संवादसूत्र मालबाजार चाय बागान
- पिछले साल की तुलना में इस साल चाय उत्पादन बेहतर : जियाउल आलम
संवादसूत्र, मालबाजार : चाय बागानों में बोनस को लेकर आगामी 12 सितंबर को कोलकाता में होने वाली बैठक में बात नहीं बनती है तो श्रमिक जोरदार आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। रविवार को चालसा के सालवनी संघ में चाय बागान मजदूर यूनियन के जलपाईगुड़ी काउंसिल कमेटी की बैठक में संगठन के महासचिव जिलाउल आलम ने यह बात कहीं। इस दिन जिले के विभिन्न चाय बागान यूनिट कमेटी के प्रतिनिधियों को लेकर बैठक हुई। बैठक में चाय बागान श्रमिकों के वर्तमान परिस्थिति को लेकर चर्चा की गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चाय बागान श्रमिकों की समस्या के समाधान के लिए केंद्र की भाजपा सरकार एवं राज्य सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। चाय बागान के तृणमूल श्रमिक यूनियन व मालिक पक्ष साजिश करके श्रमिकों के न्यूनतम मजदूरी को लागू करने नहीं दे रही है। बॉटलीफ फैक्ट्री के श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी की घोषणा होने के बावजूद उन्हें मजदूरी नहीं मिल रही है। तृणमूल श्रमिक संगठन व मालिक पक्ष को लेकर ज्वाइंट लेबर कमीश्नर गोपनीय बैठक करके बॉटलीफ फैक्ट्री के श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी न देकर 225 रुपये मजदूरी दे रही है।
उन्होंने आगे कहा कि मालिक पक्ष तृणमूल श्रमिकों को लेकर बागान श्रमिकों के अधिकार के खिलवाड़ कर रही है। वही श्रमिकों को मजदूरी बैंक में मिलने से उन्हें काफी परेशानी होगी। इसलिए श्रमिकों को पुराने सिस्टम के अनुसार नकद रुपये का भुगतान किया जाए। बागान श्रमिक कष्ट के बीच अपना जीवन यापन कर रहे है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल चाय का उत्पादन अच्छा हुआ है। मालिकों का मुनाफा अधिक हुआ है। उस जगह पर श्रमिक कम पैसे क्यों ले। पिछले वार की तुलना में इस बार ज्यादा पैसे देने होंगे।