Move to Jagran APP

शिक्षा विभाग ने मृत शिक्षक के घर स्वर्गीय लिखकर भेजा आमंत्रण पत्र

जागरण संवाददाता जलपाईगुड़ी पूरे देश में जहां शिक्षक दिवस को लेकर हर स्कूल से लेकर काल

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Sep 2019 06:24 PM (IST)Updated: Fri, 06 Sep 2019 06:58 AM (IST)
शिक्षा विभाग ने मृत शिक्षक के घर स्वर्गीय लिखकर भेजा आमंत्रण पत्र
शिक्षा विभाग ने मृत शिक्षक के घर स्वर्गीय लिखकर भेजा आमंत्रण पत्र

जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : पूरे देश में जहां शिक्षक दिवस को लेकर हर स्कूल से लेकर कालेज में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। ऐसे में जिला स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मृत शिक्षक के घर उनके नाम के आगे स्वर्गीय लिखा आमंत्रण पत्र भेजा गया है। जलपाईगुड़ी जिला स्कूल निरीक्षण की ओर से जारी इस पत्र को लेकर हलचल मचा हुआ है। सोशल मीडिया में यह खबर आने से चोरों ओर शिक्षा विभाग की इस गलती को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए है।

loksabha election banner

मालूम हो कि जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक के नार्थ सर्कल अंतर्गत खागिरापाड़ा प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधान शिक्षक के घर यह पत्र भेजा गया। सदर ब्लाक के खागिरापाड़ा प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक नकूल राजवंशी थे। चालू वर्ष के मार्च महीने में उनका देहांत हो गया था। लेकिन स्कूल के शिक्षा विभाग से नकूल राजवंशी के नाम से एक पत्र भेजा गया है। राष्ट्रीय शिक्षक कल्याण संस्था जलपाईगुड़ी शाखा की ओर से शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए जलपाईगुड़ी जिला विद्यालय निरीक्षक तथा उदयापन कमेटी के संयोजक के रूप में स्वप्न सामंत ने यह पत्र भेजा। मृत स्कूल के शिक्षक को यह पत्र भेजने से इसको लेकर प्रश्न खड़े हो रहे है।

नकूल राजवंशी के सहकर्मी गौतम दे ने सोशल मीडिया पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि बहुत से ऐसे मामले में जिसमें मृत व्यक्ति के नाम से बहुत से पत्र आते है। यह आम बात है। लेकिन जलपाईगुड़ी में एक अधिकारी शिक्षक के नाम से इस प्रकार पत्र आना एक आश्चर्यजनक बात है।

इधर इस बारे में स्कूल के प्रधान शिक्षक अब्बास अली ने कहा कि यह घटना दुख:द है। स्कूल निरीक्षण ने इस घटना के लिए क्षमा मांगी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.