चाय श्रमिकों को बीस फीसदी बोनस से कम पर मंजूर नहीं : जॉन बारला
- पूजा बोनस अभी तक निर्धारित नहीं होने से चाय श्रमिक काफी मायूस संवादसूत्र चामूर्ची दुर्गा पूज
- पूजा बोनस अभी तक निर्धारित नहीं होने से चाय श्रमिक काफी मायूस
संवादसूत्र, चामूर्ची : दुर्गा पूजा आने में महज एक महीने ही समय रह गया है। दुर्गापूजा से आगे मिलने वाले पूजा बोनस को लेकर प्रतिवर्ष श्रमिकों में काफी उत्सुकता रहती है। लेकिन अभी तक चाय श्रमिकों का पूजा का बोनस निर्धारित नहीं होने से चाय श्रमिक काफी मायूस है। बुधवार को सासद जॉन बरला ने एक साक्षात्कार में बताया चाय श्रमिकों को बीस फीसदी से कम बोनस श्रमिकों को मंजूर नहीं है। आज के दौर में मालिकवर्ग चाय उद्योग के वर्तमान अवस्था का हवाला देते हुए 8.33 फीसदी बोनस दिए जाने की बात पर अडिग है। यह पूरी तरह से चाय श्रमिकों के हक एवं अधिकार के विरोध में है। सासद जान बरला ने बताया दुर्गापूजा के समय मिलने वाले बोनस के समय मालिकवर्ग विविध समस्या को रखते हुए श्रमिकों को सम्मानजनक बोनस दिए जाने के लिए आनाकानी करते हैं। यह ठीक नहीं है। किसी भी हालत में श्रमिक 8.33 फीसदी बोनस नहीं लेंगे। यदि जबरदस्ती मालिक पक्ष 20 फीसदी से कम बोनस देने के लिए दबाव डालते हैं तो चाय बागान में श्रमिकों का असंतोष बढ़ सकता है। पूरे साल कड़ी मेहनत करने के बाद पूजा के समय चाय उद्योग में काम करने वाले श्रमिक अपने परिवार के कपड़े जूते एवं जरूरत की सामान खरीदने के लिए पूजा के बोनस के ऊपर निर्भर रहते हैं। उन्होंने बताया वैसे भी चाय बागान के श्रमिकों को काफी कम मजदूरी मिलती है। उसमें भी यदि बोनस में कटौती किया जाता है तो यह ठीक नहीं है। हम लोग अपने श्रमिक संगठन के पक्ष की ओर से चाय श्रमिकों को कम से कम 20 फीसदी बोनस दिए जाने की मांग मालिक पक्ष से रखते हैं। पिछले वर्ष भी चाय श्रमिकों को 19.50 फीसदी बोनस दिया गया था। लेकिन वर्तमान अवस्था में चाय श्रमिकों को कम से कम 20 फीसदी बोनस दिया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि मालिक एवं श्रमिक संगठनों के बीच बोनस को लेकर हुई बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गया था। 12 सितंबर को फिर से बोनस को लेकर मीटिंग बुलाई गई है। हम लोग चाहते हैं इसी मीटिंग में चाय श्रमिकों के बोनस को लेकर उचित फैसला निकले ताकि दुर्गापूजा से आगे समय पर ही चाय श्रमिकों को बोनस मिल सके।