हैवलॉक आइलैंड में घुमने गए 1200 पर्यटक फंसे
अंडमान निकोबार आइलैंड के हैवलॉक द्वीप में फंसे हैं 1200 पर्यटक। मंत्री गौतम देव ने दिया सुरक्षित वापस लाने का आश्वासन।
-मंत्री गौतम देव ने पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने का दिया आश्वासन
-विगत तीन दिनों से आंधी-तूफान से खराब है अंडमान-निकोबार का मौसम
-जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार व कूचबिहार जिले के कई बंगाली पर्यटक मुसीबत में
-जहाज व हेलीकॉप्टर के जरिए पर्यटकों को वापस लाने की कोशिश जारी
-पेयजल से लेकर खाद्य सामग्री महंगे दाम में खरीदने को मजबूर हैं पर्यटक
-सड़क पर खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं देशी-विदेशी सैलानी
-वापस लाने के लिए राज्य सरकार से मदद की गुहार संवाद सूत्र, धुपगुड़ी : विगत तीन दिन से अंडमान निकोबार के हैवलॉक आइलैंड में आंधी-तूफान व खराब मौसम के कारण करीब 1200 पर्यटक फंसे हुए हैं। जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार व कूचबिहार जिले के कई बंगाली पर्यटक इस वक्त हैवलॉक आईलैंड में फंसे हुए हैं। इन पर्यटकों में धुपगुड़ी के एक नव दंपती भी शामिल है। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को दो जहाज अंडमान-निकोबार में भेजा गया है। जहाज के जरिए करीब 250 पर्यटकों को वहां से वापस लाने की कोशिश की जा रही है। शनिवार को पोर्ट ब्लेयर से एक जहाज भेजा गया है। हैवलॉक आइलैंड में फंसे पर्यटकों में अनिंदिता सरकार ने फोन पर कहा कि विगत तीन दिनों से मौसम खराब होने के कारण वह वहां फंसी हुई है। वापस आने के लिए फ्लाइट की टिकट 10 तारीख को थी। मजबूरन टिकट कैंसिल करनी पड़ी। दूसरे पर्यटक अरूप मल्लिक ने फोन पर कहा कि करीब 80 प्रतिशत बंगाली पर्यटक यहां फंसे हुए हैं। पेयजल से लेकर खाद्य सामग्री दोगुना दाम में खरीदना पड़ रहा है। कई पर्यटकों ने होटल व रिसोर्ट छोड़ दिया था, बाद में उन्हें रहने के लिए जगह तक नहीं मिली। सड़क पर खुले आसमान के नीचे कई पर्यटकों को दिन-रात गुजारना पड़ रहा है। मुसीबत में फंसे पर्यटकों ने राज्य सरकार से उन्हें वापस लाने के लिए पहल की उम्मीद जताई हैं।
राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कहा कि पोर्ट ब्लेयर के प्रशासन के साथ संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हरसंभव उपाय किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई जगहों में फंसे पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की गई थी।