तृणमूल के जुलूस में भाजपाइयों के शामिल होने से अशांति
जागरण संवाददाता दुर्गापुर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का जुलूस 23 नवंबर को प्रांतिका
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर :
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का जुलूस 23 नवंबर को प्रांतिका से भीरंगी तक हुआ था। उसके विरोध में तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार की संध्या महाजुलूस किया। जो भीरंगी मोड़ से शुरु होकर प्रांतिका तक गया। जुलूस में भाजपा के मुकाबले काफी भीड़ थी। लेकिन जुलूस में भाजपा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति देखकर कुछ तृणमूल कार्यकर्ता नाराज हो गए, जिससे थोड़ी अशांति की भी स्थिति हुई, जिसे तृणमूल नेताओं ने नियंत्रित कर लिया। हालांकि तृणमूल नेताओं ने किसी भी अशांति से इंकार किया।
बुधवार की संध्या जिलाध्यक्ष विधान उपाध्याय, जिला चेयरमैन उज्जवल चटर्जी, शहर के संयोजक मृगेंद्रनाथ पाल, प्रभात चटर्जी की मौजूदगी में जुलूस शुरू हुआ। जिसमें शहर के पार्षद से लेकर हर स्तर के नेता मौजूद थे। जुलूस चलने के दौरान अचानक दो पक्ष में अशांति शुरु हो गई। एक पक्ष में कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले जो लोग भाजपा में गए थे, वे लोग इस जुलूस में शामिल हो गए। उनलोगों को जुलूस से बाहर करने की मांग भी उठी। जिसे लेकर विवाद भी देखा गया। अशांति देखकर पार्षद देवव्रत साईं, मेयर परिषद सदस्य दीपंकर लाहा आदि ने स्थिति को नियंत्रित किया। आज भाजपा से फिर तृणमूल में कई लोग शामिल होने वाले थे। जिलाध्यक्ष विधान उपाध्याय ने कहा कि कोई योगदान का कार्यक्रम नहीं हुआ। काफी संख्या में लोग विभिन्न जगह से आ गए थे। किसी-किसी को पहचान कर कार्यकर्ता थोड़ा नाराज हुए। जो भी यहां आए थे, सभी जुलूस में शामिल हुए। कोई अशांति की स्थिति नहीं हुई। वहीं मृगेंद्रनाथ पाल ने कहा कि जुलूस में लोगों के खड़ा होने की जगह नहीं थी। यहां के लोगों ने जुलूस को सफल बनाया।
वहीं अशांति पर भाजपा ने भी कटाक्ष किया। भाजपा के जिला सचिव अभिजीत दत्त ने कहा कि नगरनिगम का चुनाव जितना नजदीक आ रहा है, उतना ही इनका विवाद बढ़ रहा है। कटमनी की राजनीति के कारण ऐसा हो रहा है। आने वाले समय में अंदरूनी विवाद और भी होगा।