Move to Jagran APP

पेज तीन का लीड, बंद कांच कारखाने के कर्मियों ने किया जीटी रोड जाम

आसनसोल : आसनसोल स्थित पिछले चार दशक से बंद पड़ा कांच कारखाना ¨हदुस्तान पिल¨कग्टन के पूर्व

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Dec 2018 06:16 PM (IST)Updated: Sun, 30 Dec 2018 06:16 PM (IST)
पेज तीन का लीड, बंद कांच कारखाने के कर्मियों ने किया जीटी रोड जाम
पेज तीन का लीड, बंद कांच कारखाने के कर्मियों ने किया जीटी रोड जाम

आसनसोल : आसनसोल स्थित पिछले चार दशक से बंद पड़ा कांच कारखाना ¨हदुस्तान पिल¨कग्टन के पूर्व श्रमिकों ने मुआवजा की मांग करते हुए रविवार को कारखाना के समक्ष जीटी रोड जाम कर दिया। ¨हदुस्तान पिल¨कग्टन ग्लास सुपरवाइजर एंड वर्कस वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले श्रमिकों ने प्रदर्शन भी किया। उनके आंदोलन के कारण आसनसोल- रानीगंज के बीच कुछ देर के लिए वाहनों का परिचालन ठप पड़ गया। हालांकि कुछ ही देर में आसनसोल साउथ थाना की पुलिस पहुंच गई और लोगों को समझा- बुझाकर जाम हटाया। इस संबंध में एसोसियेशन के सचिव प्रह्लाद सेन और पन्नालाल ¨सह ने कहा कि 25 मई 1980 को ¨हदुस्तान पिल¨कग्टन कारखाना बंद हुआ था। कई वर्ष तक वह लोग कारखाना खुलने की आस में बैठे रहे। इसके पश्चात वर्ष 2003 में कंकारिया ग्रुप ने 5 करोड़ में कारखाना खरीदा और वायदा किया कि कारखाना पुन: खोला जाएगा और मजदूरों को कार्य दिया जाएगा इसके साथ ही मजदूरों को नुकसान की भरपाई के लिए राशि प्रदान की जाएगी । लेकिन 15 वर्षों में कारखाना तो नहीं खुला लेकिन कारखाना से 50 करोड़ से अधिक की सामग्री बाहर निकाल लिया गया। करीब दस वर्ष पूर्व हुए त्रिपक्षीय बैठक में मालिक ने वायदा किया था कि प्रत्येक मजदूर को नुकसान भरपाई के रूप में मोटी रकम दी जाएगी लेकिन बाद में उस मुद्दे पर कोई वार्ता ही नहीं हुई। श्रमिकों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है, प्रशासन व राजनीतिक दलों से हमारी ये मांग है कि हमारा जायज हक दिलाया जाए। पन्नालाल ¨सह ने कहा कि पिछले 38 वर्षों से वह लोग आशा लगाए बैठे है कि कब कारखाना खुलेगा और कब उनका नुकसान भरपाई होगा। इस आशा में ही यहां के 1467 स्थायी कर्मियों में से अधिकांश स्वर्ग सिधार गए। बाकी बचे लोग भी भूखे पेट आखिर कितना आंदोलन करें, इसके बावजूद वह लोग लड़ाई जारी रखने का प्रयास कर रहे है। सड़क जाम के दौरान बड़ी संख्या में पूर्व कर्मी व उनके परिजन शामिल हुए।

prime article banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.