पड़ाव पर नहीं जाकर ओवरब्रिज से गुजर जा रही बस
जागरण संवाददाता दुर्गापुर बसों के ठहराव के लिए बस पड़ाव बना है बावजूद इसके लंबी दूरी
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : बसों के ठहराव के लिए बस पड़ाव बना है, बावजूद इसके लंबी दूरी की बसें बस पड़ाव पर नहीं पहुंचती, बल्कि ओवरब्रिज के ऊपर से ही गुजर जाती है। इस कारण यात्रियों को बस में सवार होने एवं बस से उतरकर बस पड़ाव तक आने में काफी कठिनाई होती है। इस कारण दुर्गापुर के गोपालमाठ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर तीन दिन से स्थानीय युवक सड़कों पर उतर रहे है एवं ओवरब्रिज पर खड़ा होकर सीधे गुजरनी वाली बसों को लौटाते है एवं सही रूट यानि बस पड़ाव होते हुए यात्रा करने के लिए बाध्य कर रहे है। शुक्रवार को भी एक दर्जन से अधिक युवक गोपालमाठ में सड़क पर उतरे एवं गलत रूट से जाने वाली बसों को लौटाया। तकरीबन एक दर्जन बसों को लौटाया गया।
राष्ट्रीय राजमार्ग छह लेन का होने पर गोपालमाठ सहित अन्य कई जगह ओवरब्रिज बनाया गया। लेकिन लाकडाउन के बाद से समस्या होने लगी। लंबी दूरी की बसों के अलावा कुछ मिनी बस चालक भी पड़ाव स्थल पर न जाकर सीधे ओवरब्रिज से गुजरते है एवं ओवरब्रिज के एक छोर पर जबरन यात्रियों को उतार देते है। जिससे वृद्ध, महिलाओं समेत अन्य यात्रियों को परेशानी होती है। गोपालमाठ निवासी सुभाशीष चटर्जी ने कहा कि हमलोग गोपालमाठ वासी है। यहां लाकडाउन के पहले बसें ओवरब्रिज के नीचे ठहरती थी। लाकडाउन के बाद जब परिचालन शुरु हुआ, उस समय से बस चालकों ने सही ठहराव स्थल पर जाना छोड़ दिया है। उस समय यात्री कम थे, इस कारण हमलोगों ने छोड़ दिया। लेकिन अब स्थिति सामान्य हो रही है। इसके बावजूद भी बस चालक ठहराव स्थल पर न जाकर ओवरब्रिज से ही बसों को लेकर निकल जा रहे है, जबकि बस पड़ाव पर यात्री बसों का इंतजार करते रहते है। वृद्ध लोगों को भी ओवरब्रिज पर उतारा जाता है, जिससे दुर्घटना होती है। हमलोगों ने बसों को सही ठहराव पर रोकने की मांग कर रहे है। ताकि लोगों को असुविधा न है। व्रिुत घोष ने कहा कि गोपालमाठ में सभी लंबी दूरी की बसों का ठहराव है। यहां गोपालमाठ के अलावा धुबचुरिया, वनग्राम, कुटीरडांगा के यात्री बसों में चढ़ते और उतरते है। उन्हें ओवरब्रिज के एक छोर पर उतार रहे है। जबकि बसों को ओवरब्रिज के नीचे होना चाहिए। पहले भी दो बार हमलोगों ने आंदोलन किया है। इस बार भी तीन दिन से आंदोलन कर रहे है, हमलोगों को बाध्य होकर रास्ते पर बसों को रोककर लौटाना पड़ रहा है, ताकि वे बस पड़ाव होकर गुजरे।