प्राचीन धरोहर की खोज में ली जाएगी बुद्धिजीवियों की मदद
जागरण संवाददाता, आसनसोल : आसनसोल की रेलवे से जुड़ी धरोहर को चिन्हित करने व धरोहर की
जागरण संवाददाता, आसनसोल :
आसनसोल की रेलवे से जुड़ी धरोहर को चिन्हित करने व धरोहर की जानकारी लोगों को देने के लिए मंडल रेल प्रबंधक पीके मिश्रा ने शुक्रवार शाम अपने कक्ष में काजी नजरुल इस्लाम विश्व विद्यालय के प्रोफेसर व रेलवे के कुछ अधिकारियों के साथ बैठक की। रेलवे से जुड़ी प्राचीन धरोहर को खोजने में अब काजी नजरुल विश्व विद्यालय के प्रोफेसर भी सहयोग करेंगे। बैठक के दौरान डीआरएम श्री मिश्रा ने कहा कि आसनसोल में बहुत सी पुरातन धरोहर है। लेकिन बहुत कम लोग उसके बारे में जानते है। रेल से जुड़ी धरोहर को सहेजने का कार्य रेल प्रशासन कर रहा है। अब प्राचीन धरोहर के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए बुद्धजीवियों की भी मदद ली जा रही है। जिससे आसनसोल शहर के प्राचीन इतिहास को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोग जाने। उन्होंने कहा कि पिछले 15 अगस्त को लगभग डेढ़ सौ वर्ष पुराने डुरांड हॉल का कायापलट के बाद उद्घाटन किया गया। डुरांड हाल में पुरानी धातु, फर्नीचर, अंग्रेजों के समय की शील्ड को प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले स्कूल के बच्चों, समाज के बुद्धजीवियों एवं कोलकाता की पुरातन धरोहर से जुड़े लोगों के साथ धरोहर की जानकारी के लिए पदयात्रा निकाली जाएगी। पदयात्रा के साथ ही पुरानी धरोहर के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। बैठक में काजी नजरुल विवि के प्रोफेसर शांतनु चटर्जी, मंडल के वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी अभिषेक केसरवानी आदि शामिल थे।