महिलाओं ने खेला सिदूर, मां को दी विदाई
संवाद सहयोगी बेनाचिति पिछले दो माह से दुर्गापूजा की तैयारी दुर्गापुर शहर में चल रही थी।
संवाद सहयोगी, बेनाचिति : पिछले दो माह से दुर्गापूजा की तैयारी दुर्गापुर शहर में चल रही थी। विजयादशमी के साथ-साथ मां दुर्गा को विदाई देने का कार्य भी शुरु किया गया। जहां लोगों ने आसछे बछर आवार होबे जैसे उदघोष के बीच मां दुर्गा को विदाई दी एवं अगले वर्ष फिर से इसी उत्साह के साथ दुर्गापूजा आयोजन का संकल्प लिया। शुक्रवार से दुर्गापुर शहर में प्रतिमाओं का विसर्जन शुरु हुआ। हालांकि बड़े बजट की पूजा का विसर्जन फिलहाल बाकी है। उम्मीद है रविवार तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। दुर्गापुर के पंडालों में पंचमी से लोगों की काफी भीड़ उमड़ने लगी थी। अष्टमी से भीड़ और अधिक हो गई। हालांकि महानवमी के दिन बारिश होने के कारण थोड़ा प्रभाव पड़ा। विजयादशमी के दिन पंडालों में काफी भीड़ उमड़ी। वहीं विजयादशमी के दिन छोटे बजट की प्रतिमाओं का विसर्जन भी शुरू हो गया। विसर्जन के दौरान महिलाओं ने सिदूर भी खेला एवं आनंद किया। महिलाओं ने देवी की विदाई पर सिदूर खेल की परंपरा निभाई। महिलाओं ने एक दूसरे को सिदूर लगाकर खुशियां बांटी। वहीं शनिवार को भी पंडालों में लोगों की भीड़ उमड़ी। लोग अपने परिवार वालों के साथ पहुंचे। वहीं पुलिस भी पूरी तरह से हर जगह तत्पर थी। पूजा पंडालों से लेकर रास्ते में पुलिस जवानों की तैनाती थी। ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। बड़े पंडालों में पूरी रात दर्शनार्थियों का आना-जाना लगा हुआ था।
धूमधाम से लोगों ने मनाई दुर्गा पूजा : दुर्गा पूजा पांडवेश्वर समेत आसपास के कोयलांचल क्षेत्र में भी काफी धूमधाम से मनाई गई। पांडवेश्वर इलाके के लगभग सभी पंडालों में भक्तों की भीड़ लगी रही। खुट्टाडीह कोलियरी दुर्गापूजा पंडाल में इस वर्ष कोलियरी चित्र को प्रदर्शित करके पंडाल का निर्माण आकर्षक का केंद्र रहा। विधान समिति के दुर्गापूजा पंडाल ने भी भक्तों को अपनी ओर आकर्षित किया। पांडवेश्वर कोलियरी, मदारबोनी कोलियरी, मधाईपुर कोलियरी का दुर्गापूजा पंडाल को भी देखने के लिए भक्तों की भीड़ लगी रही। नौ दिनों तक नवरात्र का अनुष्ठान करने वाले भक्तों ने भी कुवारी कन्याओं का पूजन किया।