नम आखों से दी पूर्व विधायक डॉक्टर बाबू को विदाई
दुर्गापुर : दुर्गापुर के पूर्व विधायक सह आसनसोल दुर्गापुर-विकास प्राधिकरण (एडीडीए) के पूर्व चेयरमैन
दुर्गापुर : दुर्गापुर के पूर्व विधायक सह आसनसोल दुर्गापुर-विकास प्राधिकरण (एडीडीए) के पूर्व चेयरमैन डॉ. निखिल बनर्जी (डॉक्टर बाबू) के निधन होने से शिल्पांचल में शोक की लहर है। गुरूवार को दुर्गापुर के लोगों ने नम आंखों से डॉक्टर बाबू को विदाई। मंगलवार की रात हृदयगति रूकने से उनकी मौत हुई थी। जिसके बाद शव को मर्ग में रख दिया गया था। गुरूवार को उनका पुत्र प्रियनाथ बनर्जी अमेरिका से दुर्गापुर पहुंचा। जिसके बाद शव को गोपालमाठ स्थित उनके घर ले जाया गया। जहां शहर के पूर्व विधायक सह पूर्व मेयर अपूर्व मुखर्जी व तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं परिवार को सांत्वना दी। जिसके बाद शव को एडीडीए कार्यालय के पास लाया गया। जहां सैकड़ों की संख्या में तृकां नेता व समर्थक इंतजार में थे। जहां एडीडीए के चेयरमैन तापस बनर्जी, महकमा शासक शंख सांतरा, दुर्गापुर नगरनिगम के मेयर दिलीप अगस्ती, उपमेयर अ¨नदिता मुखर्जी, चेयरमैन मृगेन पाल, सांसद डॉ. मुमताज संघमिता, विधायक सुभाष मंडल, दुर्गापुर नगरनिगम के कमिश्नर अमिताभ दास, मेयर परिषद सदस्य प्रभात चटर्जी, अंकीता चौधरी, राखी तिवारी, धमेंद्र यादव, पवित्र चटर्जी, पार्षद धृति बनर्जी, बबीमा मुखर्जी, सुनील चटर्जी, रमाप्रसाद हलदार, असीमा चक्रवर्ती समेत अधिकांश पार्षदों ने श्रद्धांजलि दी। दुर्गापुर बार एसोसिएशन के सचिव अनुपम मुखर्जी, अध्यक्ष देबीदास बनर्जी आदि ने भी श्रद्धांजलि जी। जिसके बाद शव को सड़क मार्ग से त्रिवेणी घाट भेजा गया। एडीडीए चेयरमैन तापस बनर्जी ने कहा कि वे बहुत ही अच्छे इंसान थे। लोगों की मदद करने में हमेशा आगे रहते थे। उनके किए गए कामों को हमेशा याद रखा जाएगा, भगवान उनकी आत्मा को शांति दें। मालूम हो कि वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में राज्य में परिवर्तन की लहर चली थी। जिसमें तृकां ने उन्हें दुर्गापुर पूर्व विधानसभा केंद्र से प्रत्याशी बनाया था, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी। उन्हें एडीडीए का चेयरमैन भी बनाया गया था। वहीं वर्तमान में वे दुर्गापुर महकमा अस्पताल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन थे। वे अपने पीछे पत्नी, बेटा और बेटी को छोड़ गए।