भाजपा विधायक व तृणमूल पार्षद के बीच बहस
जागरण संवाददाता दुर्गापुर उत्तराखंड में मंगलवार को सड़क हादसे में दुर्गापुर के धंडाबाग
जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : उत्तराखंड में मंगलवार को सड़क हादसे में दुर्गापुर के धंडाबाग रवींद्र पल्ली निवासी सुब्रत दत्ता एवं उनकी पत्नी रूना दत्ता की मौत हुई थी। जहां परिवार वालों से मिलने के लिए भाजपा के विधायक लखन घोरूई पहुंचे। जिसे लेकर राजनीति शुरु हो गई है। तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। हालांकि भाजपा ने आरोप को गलत बताया है।
दुर्घटना में दंपती की मौत की सूचना मिलने पर उनके पुत्र से मिलने के लिए सोलह नंबर वार्ड के पार्षद सुशील चटर्जी रात दस बजे पहुंचे। बेटे से मुलाकात के बाद बताया कि रात साढ़े नौ बजे पुलिस से सूचना मिलने के बाद दंपती का घर खोजा एवं उसके पुत्र से मुलाकात की। हर तरह के सहयोग का आश्वासन उन्होंने दिया। गुरुवार की सुबह फिर वे वहां पहुंचे। इस बीच दुर्गापुर के विधायक लखन घोरूई भी परिवार वालों से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने दंपती के पुत्र सुदीप्त को उत्तराखंड में अपने संगठन के दायित्व में रहने वाले कई लोगों का नंबर दिया, कोई भी जरूरत होने पर उनसे संपर्क की बात कही। साथ ही साथ विधायक के हिसाब से हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। वहीं भाजपा विधायक के आने पर स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने आवाज उठाना शुरु कर दिया। तृणमूल के लोगों ने कहा कि विधायक यहां राजनीति करने आए है। इस कारण उनके गले में भाजपा का उत्तरीय था। जब विधायक मीडिया से बात कर रहे थे, तभी तृणमूल पार्षद सुशील चटर्जी ने फिर प्रश्न किया कि क्यों गले में भाजपा का उत्तरीय लगाकर यहां आएं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी पार्टी का प्रचार कर रहे है। जबकि विधायक लखन घोरूई ने कहा कि मैं जनप्रतिनिधि के रूप में यहां आया हूं। मैं एक मनुष्य हूं, उसके बाद विधायक या राजनीतिक दल का नेता। मैं एक राजनीतिक कार्यक्रम से सीधे यहां आया हूं। इस कारण गले में उत्तरीय रह गई है। जन प्रतिनिधि के रूप में एक परिवार के पास खड़ा होने आया हूं। हालांकि पार्षद सुशील चटर्जी ने कहा कि मैं गत रात से यहां हूं, उस समय आप कहां थे। मौत को लेकर राजनीति करने आए है। विधायक ने कहा कि मैं बुधवार की रात विधानसभा से लौटा हूं। सूचना मिलने पर सुबह मैं यहां आया। मौत को लेकर राजनीति तृणमूल कांग्रेस करती है। विधायक लखन घोरूई ने कहा कि पार्षद मनुष्य की मुसीबत में उनके साथ रहेंगे, यह स्वाभाविक है। विधायक के रूप में मैंने अपने दायित्व को निभाया हूं। तृणमूल कांग्रेस का स्तर आज प्रकाश में आया है। इधर सुशील ने कहा कि मैं रात से हूं, विधायक भी रात में आ सकते थे, अन्यथा फोन पर भी खबर लेते। नवान्न से जो करना है वो हो रहा है। आज वे उत्तरीय पहनकर राजनीति करने आए है, इस कारण विरोध कर रहा हूं।