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निर्धारित वेतन के लिए ठेका श्रमिकों ने किया आंदोलन

दुर्गापुर दुर्गापूजा के पहले काजोड़ा क्षेत्र के ठेका श्रमिकों को मजदूरी 600 रुपया देने की

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 01:34 AM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 06:18 AM (IST)
निर्धारित वेतन के लिए ठेका श्रमिकों ने किया आंदोलन
निर्धारित वेतन के लिए ठेका श्रमिकों ने किया आंदोलन

दुर्गापुर : दुर्गापूजा के पहले काजोड़ा क्षेत्र के ठेका श्रमिकों को मजदूरी 600 रुपया देने की बात हुई थी। आसनसोल में पांडेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी की हस्तक्षेप से ठेकेदारों ने हामी भरी थी। लेकिन हकीकत में स्थिति दूसरी है। उस समझौता के बाद से ठेका श्रमिकों को ठेकेदारों ने नई मजदूरी तो दूर पुरानी मजदूरी के हिसाब से भी वेतन का भुगतान नहीं किया है। तीन माह से ठेका श्रमिक वेतन की बांट जोह रहे हैं। अंत में गुरुवार को ठेका श्रमिकों ने हिद मजदूर सभा संबद्ध कोलियरी मजदूर कांग्रेस के नेतृत्व में चार घंटे काम ठप कर आंदोलन किया। इसमें स्थायी श्रमिक भी शामिल हुए।

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काजोड़ा क्षेत्र के जामबाद ओसीपी समेत अन्य कोलियरियों के ठेका श्रमिकों ने हाई पावर कमेटी द्वारा तय मजदूरी देने की मांग को लेकर काफी दिनों तक काम बंद रखा था। कई बार कोलियरियों में आंदोलन भी किया। लेकिन उनकी मजदूरी नहीं बढ़ सकी। अंत में विधायक जितेंद्र तिवारी ने मामले में हस्तक्षेप किया एवं तीन माह पहले आसनसोल में ठेकेदारों एवं श्रमिक संगठनों के साथ बैठक की। इसमें 600 रुपया मजदूरी तय हुई थी। लेकिन अब तक नए दर पर श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिली। वहीं तीन माह से वेतन भी नहीं मिला है। इसके बाद श्रमिकों ने आंदोलन किया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे चंडी चट्टराज ने कहा कि प्रबंधन का अत्याचार ठेका श्रमिकों और स्थायी कर्मियों पर बढ़ता जा रहा है। ठेका श्रमिकों को 10-12 दिन का ही काम मिल रहा है। वहीं पहले से दो से तीन गुणा काम बढ़ गया है। पीएफ का हिसाब भी नहीं मिल पा रहा है। उन्हें चिकित्सा सुविधा भी नहीं मिल रही है। श्रमिकों की सुरक्षा की ओर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यहां तक की जूता भी नहीं दिया जाता है। वहीं स्थायी श्रमिकों पर भी तानाशाही चल रही है। कुछ डंपर ऑपरेटरों से काम भी नहीं कराया जा रहा है। बैठाकर उन्हें वेतन दिया जा रहा है। वहीं कुछ श्रमिकों को मनमाने ढंग से काम दिया जा रहा है। इसके खिलाफ हमलोगों ने आंदोलन का रास्ता अपनाया है। चार घंटे तक ओसीपी में कार्य ठप रहा। इसके बाद ओसीपी के एजेंट ने जेसीसी की बैठक कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।


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