पंचायत चुनाव में हर सीट पर प्रत्याशी देगी भाजपा
दुर्गापुर : भाजपा राज्य में अपनी शक्ति वृद्धि करने में लगी हुई है। जिसके लिए लगातार बैठकों क
दुर्गापुर : भाजपा राज्य में अपनी शक्ति वृद्धि करने में लगी हुई है। जिसके लिए लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। इस क्रम में भाजपा के राढ़ बंग जोन के जिला को लेकर प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष व भाजपा के सहायक राज्य प्रभारी सुरेश पुजारी ने बैठक की। जिसके पदाधिकारियों ने इसमें हिस्सा लिया। जहां पश्चिम वर्द्धमान, पूर्व वर्द्धमान, वीरभूम, बांकुड़ा, पुरूलिया जिले के भाजपा नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में कार्यकर्ताओं से पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी में उतर जाने एवं संगठन विस्तार के लिए कहा गया। ताकि पंचायत चुनाव में भी सत्तारूढ़ दल को कड़ी टक्कर दी जा सके। बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पिछले नगरनिकाय चुनाव समेत विभिन्न चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा है एवं दूसरे स्थान पर भाजपा रही। चुनावों में वोट लूट की घटना भी हुई, जिसका डटकर भाजपा ने मुकाबला किया। अब भाजपा संगठन विस्तार के साथ पंचायत चुनाव की तैयारी में है। पंचायत चुनाव में 58 हजार प्रत्याशी की जरूरत है। सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशी देगी। साथ ही वोट लूट को रोकने के लिए कार्यकर्ताओं व आम जनता को हर ट्रीटमेंट के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि तृकां के संगठन विस्तार में मुकुल राय की अहम भूमिका थी। लेकिन उन्होंने तृकां छोड़ दिया। वे राजनीतिक व्यक्ति है। उनके लिए भाजपा का दरवाजा खुला है। हालांकि अब तक उनके पार्टी में शामिल होने को लेकर कोई आदेश केंद्रीय नेतृत्व से नहीं मिला है और न ही राज्य स्तर पर कोई चर्चा हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री के मुंबई में उद्योगपतियों के संग बैठक को लेकर भी कटाक्ष किया एवं कहा कि मुख्यमंत्री ¨सगापुर, जर्मनी भी गई थी, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। मुंबई में भी उन्हें निराशा मिलेगी। क्योंकि राज्य में उद्योग का कोई माहौल नहीं है। हर जगह तृकां कार्यकर्ताओं की दादागिरी चल रही है। ऐसे में कोई उद्योगपति बंगाल नहीं आना चाहता है। डेंगू को लेकर भी सरकार पर विफलता का आरोप लगाया एवं कहा कि आए दिन लोगों की मौत डेंगू से हो रही है। लेकिन राज्य सरकार डेंगू होने के कारणों को नहीं खोज पायी है और न ही लोगों को सही इलाज की सुविधा मिल रही है। अस्पतालों में बेड नहीं होने के कारण आधा इलाज के बाद ही मरीजों को छोड़ दिया जा रहा है। सरकार को इसके लिए कदम उठाना चाहिए। दार्जलिंग में अशांति को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री नहीं चाहती हैं कि वहां शांति हो। सभी को लेकर बैठक का प्रस्ताव हमलोगों ने दिया था। लेकिन उस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।