विश्व पर्यावरण दिवस: प्लास्टिक बंद खाद्य सामग्री बिक्री पर रोक लगाने की मांग
सेंटर ऑफ एनवायरनमेंट एजुकेशन नामक निजी संस्था ने केवल प्लास्टिक कैरीबैग के अलावा प्लास्टिक बंद खाद्य सामग्रियों पर भी रोक लगाने की मांग की है।
जलपाईगुड़ी, जागरण संवाददाता। सेंटर ऑफ एनवायरनमेंट एजुकेशन नामक निजी संस्था ने केवल प्लास्टिक कैरीबैग के अलावा प्लास्टिक बंद खाद्य सामग्रियों पर भी रोक लगाने की मांग की है। संस्था की ओर से कोलकाता नगर निगम इलाके का निरीक्षण कर प्लास्टिक बंद बिक्री होने वाली खाद्य सामग्री की एक सूची तैयार की है।
अब संस्था के सदस्य राज्य के दूसरे नगर निगम व नगरपालिका इलाकों में प्लास्टिक बंद खाद्य सामग्री की बिक्री को लेकर निरीक्षण करने जा रही है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संस्था की ओर से केंद्र सरकार को विभिन्न ब्रांड कंपनियों के प्लास्टिक को इको फ्रेंडली करने का आवेदन किया जाएगा।
सोमवार को जलपाईगुड़ी प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संस्था के सदस्य द्विपान्विता दास ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि पूरे देश के 12 राज्यों में इस प्रकार से समीक्षा कार्य किया जा रहा है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पश्चिम बंगाल, सिक्किम समेत विभिन्न राज्यों में प्लास्टिक कैरीबैग के बदले विकल्प इस्तेमाल को लेकर छात्रों व शिक्षकों को विशेष किट दिया जाएगा। इसके माध्यम से प्लास्टिक से होने वाले नुकसान व विकल्प व्यवस्था को चुनने के बारे में विशेष परामर्श दी जाएगी।
लोगों को प्लास्टिक बंद खाद्य सामग्री के इस्तेमाल से भी दूर रहने की सलाह दी जाएगी। पत्रकार वार्ता में शामिल जलपाईगुड़ी सायंस एंड नेचर क्लब के सचिव राजा रावत ने कहा कि प्लास्टिक के चलते उत्तर बंगाल के अंर्तगत जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार समेत अन्य जिलों में नदियां व मिट्टी प्रदूषित हो रही है। विश्व पर्यावरण दिवस को लेकर संस्था बीते एक जून से ही जागरूकता अभियान चला रही है।