शहर में अब विनर्स के दम पर महिलाओं की सुरक्षा
-सिलीगुड़ी पुलिस की बड़ी पहलसीएम ने भी की प्रशंसा -प्रशिक्षण देकर लड़कियों को बनाया जा रह
-सिलीगुड़ी पुलिस की बड़ी पहल,सीएम ने भी की प्रशंसा
-प्रशिक्षण देकर लड़कियों को बनाया जा रहा है बाघिन
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : हमारा देश स्वतंत्रता प्राप्ति के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। लेकिन 75 वर्षो बाद भी महिला सुरक्षा पूरे देश के लिए एक बड़ा मुद्दा है। हर चुनाव में यह मुद्दा जोर पकड़ता है। राजनीतिक दल और उनके नेतागण महिला सुरक्षा को लेकर वादा करते नहीं थकते। लेकिन महिला सुरक्षा आज भी एक मुद्दा है। महिला सुरक्षा की दिशा में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने दो कारगर कदम बढ़ाया है। इस कदम को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सराहा है।
वर्ष 2021 में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट का पदभार संभालने के बाद आईपीएस गौरव शर्मा ने बीते दुर्गा के पहले 12 अक्टूबर को महिला सुरक्षा की दशा में तेजस्विनी नामक एक विशेष दस्ते का गठन किया। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की दक्ष व प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मियों को लेकर एक विशेष टीम गठन किया। यह टीम किसी भी परिस्थिति से निपटने में दक्ष है। इस टीम से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी प्रभावित हुई और बीते अक्टूबर में सिलीगुड़ी दौरे के दौरान मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में किए प्रशासनिक बैठक में उन्होंने कमिश्नर गौरव शर्मा का पीठ थपथपाया। साथ ही इस तरह की महिला पुलिस टीम का गठन करने के लिए राज्य के हर जिला व कमिश्नरेट को सलाह दिया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस टीम का नाम तेजस्विनी से बदलकर विनर्स वाहिनी रख दिया। बीते दुर्गा पूजा से लेकर हर उत्सव व त्यौहार में विनर्स टीम महिलाओं की सुरक्षा में तैनात दिखी। चार पहिया वाहन के साथ विनर्स टीम के प्रत्येक सदस्य को सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट ने एक-एक स्कूटी मुहैया कराया है। ताकि किसी भी समय, किसी भी स्थान पर तेजी के साथ टीम मौके पर पहुंच सके और बदमाशों का पीछा करने में भी आसानी हो।
महिला सुरक्षा की दिशा में सशक्त बनाने की दलील काफी सुनी जाती है। सिलीगुड़ी शहर की लड़की, युवती और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में भी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट ने अच्छा पहल किया है। बीते वर्ष 10 दिसंबर को सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने 'बाघिन' योजना लांच किया। इस योजना के तहत सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस शहर व आस-पास की विभिन्न स्वयंसेवी संस्था व शिक्षण प्रतिष्ठानों द्वारा मनोनीत कुल एक सौ युवती व महिलाओं को सशक्त बनाने की प्रक्रिया शुरु किया है। बल्कि बीते दिसंबर महीने में बाघिन की एक बैच को पूरी तरह से प्रशिक्षित कर भी दिया गया है। एक सौ युवती व महिलाओं को एक सीमित अवधि में योगा-प्राणायाम के साथ जूडो-कराटे का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। ताकि सड़क व अन्य स्थानों पर वे अपनी रक्षा कर सकें। इसी के साथ किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भीरतीय संविधान, सीआरपीसी, आईपीसी आदि कानूनी ज्ञान से भी इन्हें ओत-प्रोत किया जा रहा है। इसके अलावे सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन ने बुजुर्गो की सुरक्षा के लिए काम किया है। अकेले रहने वाले बुजुर्गो को आमोद-प्रमोद के साथ समय बिताने के लिए पुलिस सम्मानेर बारी एक क्लब बनाया है। शहर व आस-पास का बुजुर्ग इस क्लब का सदस्य हो सकते हैं। क्लब की सदस्यता लेने के लिए भी बुजुर्ग को कहीं जाने की जरुरत नहीं बल्कि बस पुलिस को एक कॉल करना है। क्लब तक पहुंचाने और फिर घर वापस पहुंचाने की भी व्यवस्था पुलिस ने कर रखा है। क्लब में मनोरंजन के साथ खान-पान और आराम का भी पूरा प्रबंध किया गया है। सम्मानेर बारी के सदस्यों की मासिक स्वास्थ्य जांच, दवा-दारू व अन्य किसी भी प्रकार की परेशानी में पुलिस हर पल साथ खड़ा रहने का भरोसा दिया है।
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने बताया कि शहर के हर नागरिक की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है। महिला सुरक्षा की दिशा में विनर्स और बाघिन हमारा कारगर कदम है। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की बाघिनी योजना से शहर व आस-पास की युवती व महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।