आज कल रिश्तों में खटास आ रही है, रिश्तों में पनप रही खटास को दूर करेगा सॉरी
इस सॉरी शब्द से रिश्तों में खटास की जगह मधुरता भरी जा सकती है। समाज में ऐसा ही संदेश देने के लिए निदेशक सह लेखिका देवलीना मोदक शार्ट फिल्म सॉरी बना रही है।
दुर्गापुर, जेएनएन। हम अक्सर कोई गलती होने पर सॉरी शब्द का इस्तेमाल करते हैं। जिससे सामने वाला व्यक्ति भी कोई गलती को माफ कर देता है। लेकिन आज कल रिश्तों में खटास आ रही है, उस खटास का भी हल एक शब्द सॉरी से निकाला जा सकता है। लेकिन इगो के कारण पारिवारिक रिश्तों में इस शब्द का प्रयोग करने से लोग बचते हैं और वही कमी रिश्ते को दूर करने लगती है।
इस सॉरी शब्द से रिश्तों में खटास की जगह मधुरता भरी जा सकती है। समाज में ऐसा ही संदेश देने के लिए निदेशक सह लेखिका देवलीना मोदक शार्ट फिल्म सॉरी बना रही है। पंद्रह मिनट की इस फिल्म में सॉरी शब्द के महत्व को बताया गया है, जिससे रिश्ता में पनप रही कटुता को दूर कर आगे खुशहाल होकर बढ़ा जा सकता है।
देवलीना कहती हैं कि समाज में अरेंज मैरेज एवं लव मैरेज दोनों हो रहें है। लव मैरेज में ज्यादा तर बाद में चलकर पति-पत्नी के बीच खटास बढ़ने लगती है। शादी होने के बाद पति-पत्नी पर काम का दबाव, उत्तरदायित्व बढ़ जाता है।
इस कारण एक-दूसरे को कम समय देने लगते है, यहां से ही रिश्ते में कड़वाहट शुरू होती है। इस फिल्म में इस चीज को ही दर्शाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि पति-पत्नी कोई भी गलती होने पर सॉरी बोलकर गलती का एहसास कर सकते है।
फिल्म की अभिनेत्री हसीन जहां ने बताया कि पति-पत्नी जीवन में आगे बढ़ने पर सॉरी शब्द का इस्तेमाल भी नहीं करते है। जिससे उनके बीच दूरी बढ़ती है।
यह एक सकारात्मक शार्ट फिल्म है। जिसमें परिवार की घटनाओं को दर्शाया गया है, ताकि समाज के बीच एक संदेश जाए। फिल्म में अभिनेता विवेक बासवानी के अलावा मोइत्री दत्ता, देवलीना पाल (दुर्गापुर के कक्षा तृतीय की छात्रा) अभिनय कर रहीं हैं।