Move to Jagran APP

West Bengal: NRC लागू नहीं करने देने के ममता के दावे के बावजूद मचा हड़कंप, भय से चार और मरे

बंगाल में एनआरसी लागू नहीं करने देने के मुख्यमंत्री के दावे के बावजूद हड़कंप मचा है। तृणमूल कांग्रेस ने एनआरसी को बताया मौत की वजह

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 25 Sep 2019 02:52 PM (IST)Updated: Wed, 25 Sep 2019 02:52 PM (IST)
West Bengal: NRC लागू नहीं करने देने के ममता के दावे के बावजूद मचा हड़कंप, भय से चार और मरे
West Bengal: NRC लागू नहीं करने देने के ममता के दावे के बावजूद मचा हड़कंप, भय से चार और मरे

कूचबिहार/जलपाईगुड़ी, जेएनएन। बंगाल में एनआरसी लागू नहीं करने देने के मुख्यमंत्री के दावे के बावजूद हड़कंप मचा है। मंगलवार को उत्तर बंगाल में एक महिला समेत चार और लोगों ने डरकर खुदकुशी कर ली। जलपाईगुड़ी जिले के बहादुर अंचल में साबेर अली (32) नामक युवक ने कुएं में कूदकर जान दे दी।

loksabha election banner

मृतक के परिजनों ने कहा कि खुद को भारतीय नागरिक साबित करने संबंधी उसके पास दस्तावेज नहीं थे, जिससे वह तनाव में था। इसी डर से खुदकुशी कर ली। वहीं कूचबिहार जिले के कोतवाली इलाके में अरजीना खातून (26) ने आत्महत्या कर ली। फंदे से लटकता उसका शव मिला।

उधर, धूपगुड़ी में श्यामल राय (36) ने भी गमछे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। पहचान संबंधी कागजात के लिए वह कई दिनों से सरकारी ऑफिसों के चक्कर लगा रहे थे। कागजात नहीं मिलने से अवसाद में आ गया था और जान दे दी। इस बीच बंगाल के विभिन्न हिस्सों में लोग मंगलवार को जन्म प्रमाणपत्र और जरूरी दस्तावेज पाने के लिए सरकारी और नगर निकायों ऑफिसों में जुटे रहे।

सूत्रों के मुताबिक महिला के आधार कार्ड व राशन कार्ड में नाम गलत था, जिससे वह तनाव में थी। वहीं, दिनहाटा के दो नंबर ब्लॉक के चरड़ाबाड़ी इलाके में मंगलवार सुबह सामसुल हक (44) की मौत हो हुई। उनकी पत्नी जेलेका बीबी ने बताया कि वह नौ सितंबर से एनआरसी के लिए विभिन्न दस्तावेजों का जुगार कर रहे थे। इस तनाव में बीमार हो गए थे और मौत हो गई।

 पेशे से कृषक था समुसल हक

 एनआरसी के आतंक से लोगों में हड़बड़ी मची है। पिछले नौ सिंतबर से राशन कार्ड संशोधन का कार्य शुरू हुआ। इसे लेकर लोग भयभीत है कि उनका नाम राष्ट्रीय नागरिक रजिस्ट्रर में यदि नहीं आया तो क्या होगा? दिनहाटा के दो नंबर ब्लॉक के साहेबगंज ग्राम पंचायत के चरड़ाबाड़ी इलाके में मंगलवार की सुबह सामसुल हक (44) की मौत हो गई। सामसुल पिछले कई दिनों से अपना जरूरी दस्तावेज जुगार कर रहा था। सामसुल के परिजन व तृणमूल की ओर से आरोप लगाया गया है कि एनआरसी के भय से सामसुल की मौत हुई है। सामसुल के मौत से इलाके में मातम का माहौल है।

मृतक सामसुल की पत्‍‌नी जेलेका बीबी ने बताया कि एनआसी मेरे पति को खा गया। पिछले कुछ दिनों से दस्तावेज इकट्ठा करते-करते मेरे पति परेशान हो गए थे। प्रशासन की ओर से काफी परेशान किया जा रहा था।वहीं मृतक की बेटी सामिना बीबी ने बताया कि एनआरसी के कारण मेरे पिता तंग हो गये थे। हर्ट अटैक से उनकी मौत हो गयी थी।

स्थानीय ग्राम पंचायत के सदस्य निर्मल कुमार बर्मन ने बताया कि कृषक सामसुल हक एनआरसी के आतंक से पेरशान थे। दिनहाटा के दो नंबर ब्लॉक के बीडीओ जयंत दत्त ने बताया कि यहां एनआरसी को लेकर किसी तरह का आतंक नहीं है। सभी काम सामान्य तरीके से हो रहा है। एनआरसी को लेकर मौत की हमें कोई जानकारी नहीं है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.