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इस वर्ष हर दिन औसतन पांच बार सीजफायर का उल्लंघन किया पाकिस्तान ने

इस चुनावी वर्ष 2018 में पाकिस्तान ने 934 बार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया है।

By Edited By: Published: Thu, 26 Jul 2018 01:59 AM (IST)Updated: Fri, 27 Jul 2018 12:55 PM (IST)
इस वर्ष हर दिन औसतन पांच बार सीजफायर का उल्लंघन किया पाकिस्तान ने
इस वर्ष हर दिन औसतन पांच बार सीजफायर का उल्लंघन किया पाकिस्तान ने

राजेश पटेल, सिलीगुड़ी। अपने नापाक मंसूबों को साधने के लिए इस वर्ष हर दिन औसतन पांच बार सीमाओं पर पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया है। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में मिलिट्री ऑपरेशन महानिदेशालय से बताया गया है कि इस वर्ष जनवरी से लेकर चार जुलाई तक पाकिस्तान ने 934 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है। आरटीआइ एक्टिविस्ट दार्जिलिंग जिला के खोरीबाड़ी निवासी मिंटू कुमार जायसवाल ने मिलिट्री ऑपरेशन महानिदेशालय से पूछा था कि वर्ष 2011 से अब तक कितनी बार पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया है।

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इसका जो जवाब आया है, वह काफी चौंकाने वाला है। इसके ही माध्यम से खुलासा हुआ है कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, तब से इसमें काफी वृद्धि हुई है। इसका कारण चाहे जो भी हो, लेकिन जानकार इसे नरेंद्र मोदी को घेरने तथा पाकिस्तान के आमचुनाव से जोड़ रहे हैं। क्योंकि यह साल चुनावी ही है। इस चुनावी वर्ष 2018 में पाकिस्तान ने 934 बार सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन किया है। यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2011 व 2012 में यह संख्या तीन अंकों तक भी नहीं पहुंच सकी थी। हां, भारत में 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने की प्रबल संभावना जब बनी, तो उसकी ओर से सीजफायर के उल्लंघन में तेजी लाई गई। भारत में पिछला आमचुनाव 2014 में हुआ था।

2013 में ही करीब-करीब तय हो चुका था कि सत्ता में कौन पार्टी आने वाली है और प्रधानमंत्री कौन बनेगा। हर तरफ मोदी-मोदी की गूंज हो रही थी। शायद यह बात पाकिस्तान को पच नहीं पा रही थी, इसीलिए सीज फायर का ज्यादा उल्लंघन किया जाने लगा। 2012 के 93 के सापेक्ष 2013 में अचानक यह संख्या बढ़कर 199 तक पहुंच गई। 2014 में यहां आम चुनाव हुए और एनडीए को प्रचंड बहुमत मिला को पाकिस्तान कुछ शांत हुआ। इस वर्ष 153 तथा 2015 में 152 बार सीज फायर का उल्लंघन किया। 2016 से फिर पाकिस्तान सिर उठाने लगा। इस वर्ष 228 बार उल्लंघन किया। 2017 में उसके यहां भी चुनाव की चर्चा होने लगी। जानकार बताते हैं कि सेना की सरपरस्ती में पाकिस्तान की पूरी राजनीति ही भारत विरोध पर टिकी हुई है, सो चुनाव की सुगबुगाहट होते ही उसने सीजफायर का उल्लंघन ताबड़तोड़ शुरू कर दिया। 2017 में 860 बार सीमा पार से गोलियां दागी गईं।

इस वर्ष 2018 में तो चुनाव ही होने थे, सो पाकिस्तान कैसे शांत रहता। उसने आधे साल में ही 934 बार सीजफायर का उल्लंघन कर डाला। महानिदेशालय की ओर से वर्षवार आंकड़ा देते हुए बताया गया है कि 2011 से चार जुलाई 2018 तक कुल 2670 बार उल्लंघन किया गया है। इसमें सर्वाधिक 934 बार इस वर्ष चार जुलाई तक किया गया है। सेना के एक वरिष्ठ अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में सत्ता पर वहां की सेना का दखल होता है। आतंकवाद भी सेना की ही शह पर चल रहा है। उसे पता है कि भारत का विरोध करके अपने मनमाफिक पार्टी को चुनाव में विजय दिलवा सकती है। लिहाजा गत व इस वर्ष भारतीय सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन उसकी ओर से किया गया है। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया है। आगे भी देती रहेगी।


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