West Bengal: प्रेम प्रसंग में चार लोगों ने मिलकर की व्यापारी उमेश शाह की हत्या, ऐसे खुला राज
West Bengal व्यापारी उमेश शाह हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। अन्य दो की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों में 26 वर्षीय मोहम्मद रसूल और 38 वर्षीय मोहम्मद मैनुल है। दोनों सदानंद ज्योत के निवासी हैं।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी शहर के वार्ड 10 के व्यापारी 46 वर्षीय उमेश शाह हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। अन्य दो की तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपितों में 26 वर्षीय मोहम्मद रसूल और 38 वर्षीय मोहम्मद मैनुल है। दोनों सदानंद ज्योत के निवासी हैं। फांसी देवा पुलिस ने दोनों को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश करते हुए रिमांड पर लिया है। एसपी दार्जिलिंग ने कहा कि दो आरोपितोें की गिरफ्तारी और हत्या में प्रयोग किए गए धारदार हथियार बरामद होने पर और भी ज्यादा खुलासा हो पाएगा।
प्रेम प्रसंग और आपसी दुश्मनी में की गई थी निर्मम हत्या
11 फरवरी को निर्मम हत्या के संबंध में दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संतोष निम्बाल्कर ने बताया कि 12 फरवरी को महानंदा चैनल के निकट उधर से सर अलग किया गया लाश बरामद हुआ था। सिर मोटरसाइकिल के हेलमेट में रखा हुआ था। पुलिस इस मामले मैं श्वान दस्ता और वरीय अधिकारियों को लेकर जांच प्रारंभ की थी। इसी बीच, सिलीगुड़ी के रविंद्र शाह नामक व्यक्ति पुलिस से कंप्लेंट किया कि मृतक व्यक्ति उसका भाई उमेश शाह है। वह निजवाड़ी मैं अपना दो तीन फैक्ट्री चला रहा था। इस सूचना के आधार पर जब पुलिस ग्राउंड जीरो में जांच प्रारंभ की तो पता चला कि उमेश सहजानंद ज्योति इलाके में काफी दिनों से कारोबार कर रहा है। कारोबारी के क्रम में उसका अवैध संबंध हमानी खातून से हो गया था। इस दौरान व उसके बेटे को भी काम से निकाल दिया था। उमेश शाह बिहार के लालजी मोहम्मद को यहां काम पर बुलाया था जो बाद में
मोहम्मद दिमाल की बहन हलीमा खातून के साथ अवैध संबंध बना लिया। उसके बाद वह उमेश शाह के साथ अपना कारोबार बंद कर अलग कारोबार शुरू किया। कुछ दिन करवर करने के बाद वह हलीमा खातून को छोड़कर फरार हो गया। इस बात को लेकर मोहम्मद दिमाल, मोहम्मद रसूल, मोहम्मद मैनुल तथा मोहम्मद तमीजउल ने सबक सिखाने का प्लान बनाएं।
चारों ने मिलकर ऐसे की हत्या
दार्जिलिंग पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपितों ने जो बातें बताई है, उसके अनुसार चारों ने मिलकर ही उमेश शाह की निर्मम हत्या की। बताया गया कि मोहम्मद तमिलऊल ने जब 11 फरवरी को उमेश शाह अपनी फैक्ट्री की ओर आ रहा था तो उसे गांव के निकट है पीछे से धक्का मारा। उसमें उसकी मौत तो नहीं हुई लेकिन वह गिरने के बाद कुछ घायल हो गया। इसी बीच, अन्य हत्यारोपित वहां पहुंचे और उमेश को इलाज के नाम पर अपने गांव की ओर ले गया। वहां जाने के बाद धारदार चाकू से उसके गले को सिर से अलग कर दिया गया और लाश को फेंक दिया। हत्या के पीछे इन लोगों की एक ही सोच थी कि उमेश के कारण ही हलीमा खातून का पति लालजी मोहम्मद उसे छोड़ कर भाग गया। इसके साथ ही इन चारों का उमेश के साथ पास के नाला को लेकर भी विवाद चल रहा था।