एक महीने से गायब हैं वार्ड 46 के एक तृणमूल नेता
-जमीन खरीब-बिक्री के नाम पर पांच करोड़ ऐंठने का आरोप -मामला सामने आते ही दो गुटों म
-जमीन खरीब-बिक्री के नाम पर पांच करोड़ ऐंठने का आरोप
-मामला सामने आते ही दो गुटों में बंटी वार्ड कमेटी
-शिकायत मिलते ही कार्यवाई करेंगे रंजन सरकार जागरण एक्सक्लूसिव जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के एक तृणमूल नेता पर कई लोगों से करीब पांच करोड़ रुपये ऐंठ कर फरार होने के आरोप लगा है। जमीन व दुकान दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का यह मामला सामने आने से पार्टी के अंदर भी खलबली मची हुई है। करीब एक महीने से आरोपी तृणमूल नेता का कोई अता पता नहीं है। बल्कि इस कांड के सामने आने से दार्जिलिंग जिला तृणमूल में भी दो फाड़ जैसी स्थिति है। कुद लोग आरोपी के समर्थन तो कुछ लोग विरोध में खड़े हैं। आरोपी तृणमूल नेता का नाम महादेव सरकार है। जिन लोगों के पैसे गए हैं उनमें से अधिकांश तृणमूल समर्थक ही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले की शिकायत तृणमूल के शीर्ष नेतृत्व से की गई है। पार्टी के शीर्ष नेताओं ने सभी को पैसा दिला देने का भरोसा दिया है। इसके साथ ही पार्टी की बदनामी ना हो इसके लिए पुलिस में शिकायत नहीं कराने की भी हिदायत दी गई है। पीड़ित भी महादेव सरकार से रुपया वापस मिलने की आस लगाए बैठे हैं।
यहां बता दें कि राज्य में सत्ता में आने के बाद से तृणमूल कांग्रेस के कई नेता घपलों तथा घोटालों के आरोपों से घिरे हुए हैं। सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) घोटाले से लेकर सारधा से नारदा घोटाला जैसे एक पर एक मामले सामने आए हैं। इसके अलावा जमीन माफिया के संरक्षण का आरोप भी सिलीगुड़ी के कई तृणमूल नेताओं पर लगा।
इधर,प्राप्त जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम के 46 नंबर वार्ड तृणमूल सदस्य महादेव सरकार पर करीब पांच करोड़ रूपए लेकर फरार होने का आरोप है। आरोपी तृणमूल नेता महादेव सरकार 46 नंबर वार्ड स्थित समर नगर इलाके का निवासी है। वहीं इस मामले के सामने आने से 46 नंबर वार्ड में तृणमूल कांग्रेस दो गुटों में बंट गई है। इसी वार्ड के एक अन्य तृणमूल नेता दिलीप बर्मन भी निशाने पर हैं। उनके विरोधी गुट का आरोप है कि दिलीप बर्मन के सहयोग से ही महादेव सरकार ने लोगों का लूटा है।
वहीं दार्जिलिंग जिला तृणमूल अध्यक्ष रंजन सरकार उर्फ राणा ने कहा कि उन्हें इस कांड के संबंध में कुछ भी जानकारी नहीं है। किसी ने उनसे इस मामले की शिकायत भी नहीं की है। लिखित शिकायत मिलने पर वे आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाई के लिए कहेंगे। वहीं अपना पल्ला झाड़ते हुए दिलीप बर्मन ने बताया कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। बल्कि महादेव सरकार ने उनसे भी कर्ज के रूप में लाखों रुपये लिए हैं। वे भी उसे तलाश कर रहे हैं। क्या कहते हैं वार्ड तृणमूल अध्यक्ष
इस संबंध में 46 नंबर वार्ड तृणमूल अध्यक्ष मोहम्मद जहूर ने बताया कि उन्हें इस संबंध में पूरी जानकारी नहीं है। फिर भी घोटाले जैसी कोई बात नहीं है। महादेव सरकार द्वारा जमीन की खरीद-बिक्री के नाम पर कुछ लोगों से रूपए लेने की बात उनके कानों तक पहुंची है।