एनआरसी के खिलाफ अब तृणमूल का धिक्कार दिवस
असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर तृणमूल प्रमुख व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
पिछले सप्ताह सिलचर में पार्टी प्रतिनिधिमंडल को रोकने के खिलाफ दो दिनों तक राज्यभर में तृणमूल ने काला दिवस मनाया था। अब एनआरसी के खिलाफ शनिवार और रविवार को धिक्कार दिवस मनाने का निर्णय लिया है।
तृणमूल कांग्रेस ने एनआरसी के विरोध में शनिवार को कोलकाता को छोड़़कर पूरे राज्य रैलियां निकालेगी। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को कोलकाता में कहा कि शनिवार की योजना से राज्य की राजधानी को बाहर रखा गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को कोलकाता के मध्य भाग में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा, 'कोलकाता को छोड़कर, हम एनआरसी के विरोध में पूरे राज्य में रैलियां आयोजित करेंगे। राजधानी (कोलकाता) में रविवार को अलग से एक रैली निकाली जाएगी।'
मंत्री ने भाजपा नीत असम सरकार पर एनआरसी मसौदे से बंगालियों को 'जानबूझकर बाहर रखने' का आरोप लगाया। एनआरसी का मसौदा असम में 30 जुलाई को प्रकाशित हुआ जिसमें 3.29 आवेदकों में से 2.89 लाख नाम बाहर रखे गये हैं। 40 लाख से अधिक नाम इस सूची से बाहर रखे गए हैं।
यह आरोप तृणमूल कांग्रेस का है। 30 जुलाई से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनआरसी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। उन्होंने पार्टी सांसदों, मंत्री व विधायक को असम भी भेजा था लेकिन उन सभी को सिलचर हवाई अड्डे से ही वापस भेज दिया गया था।