हादसे में एक राजमिस्त्री के पेट से आर-पार हो गए तीन सरिये
निर्माणाधीन मकान में काम के दौरान हुए हादसे में तीन सरिया एक राजमिस्त्री के पेट से आर-पार हो गए। पेट में सरिया लिए उसे अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। निर्माणाधीन मकान में काम के दौरान हुए हादसे में तीन सरिया एक राजमिस्त्री के पेट से आर-पार हो गए। पेट में सरिया लिए उसे अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। यहां डॉक्टरों ने पीडब्लूडी के इंजीनियरों की मदद से सरिये को बाहर निकाला। मरीज को अभी डॉक्टरों की निगरानी मे रखा गया है।
घटना दक्षिण 24 परगना जिले के जीवनतल्ला थानांतर्गत दक्षिण नारायणतल्ला इलाके की है। राजमिस्त्री की पहचान उदय सरदार के रूप में हुई है। बुधवार को उक्त निर्माणाधीन मकान की छत ढलाई के लिए बने फ्रेम में वह प्लास्टिक लगा रहा था। तभी कहीं से वहां बने रॉड के फ्रेम में अचानक बिजली आने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करंट लगने से वह छत से नीचे गिर पड़ा। वह सीधे नींव तैयार करने के लिए लगाए गए लोहे के सरियों पर जा गिरा। तीन लोहे के सरिये उससे शरीर से आर-पार हो गये।
वहां मौजूद उसके साथी मजदूरों ने बिना पेट से सरिया निकाले उसे अस्पताल पहौंचाना ठीक समझा। पहले वह उसे घुटियारी शरीफ अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने असमर्थता जताते हुए उसे बारुईपुर अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि वहां भी चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए और कोलकाता रेफर कर दिया। अंत में उसे कोलकाता के चितरंजन अस्पताल लाया गया।
शरीर में घुसे सरिये देख चिकित्सकों को स्थिति की गंभीरता का अंदाजा हो गया। तुरंत अस्पताल में सात डॉक्टरों की एक मेडिकल टीम गठित की गई। सिटी स्केन व एक्स-रे के बाद पता चला कि तीन रॉड में से एक रॉड उसकी अंतडि़यों में जा के फंसा है। जबकि दूसरा लीवर के नीचे और तीसरे किडनी के बहुत नजदीक से गुजरा है। इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर सरिया बाहर निकालने का फैसला किया।
सबसे पहले शरीर में घुसे सरिये के आकार को छोटा करने का फैसला लिया गया। इसके लिए डॉक्टरों ने पीडब्लूडी के इंजीनियरों की मदद ली। रॉड छोटा होने के बाद अंतत: डॉक्टरों ने सफलता पूर्वक उसे बाहर निकाल दिया। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर है। उसे चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।