भीषण गर्मी से बचाव के लिए उत्तरी सिक्किम में पर्यटकों का हुजूम
राज्य के ऊंचे स्थानों में अभी भी बर्फ जमी हुई है। समतल व महानगरों में तपती एवं भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए घरेलू पर्यटकों सिक्किम का लुत्फ उठा रहे है।
जागरण संवाददाता, गंगटोक : राज्य के ऊंचे स्थानों में अभी भी बर्फ जमी हुई है। समतल व महानगरों में तपती एवं भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए घरेलू पर्यटकों विशेष रूप से उत्तरी सिक्किम सहित विभिन्न स्थानों का लुत्फ उठा रहे है। जिसमें अत्यधिक पर्यटकों हानिमुल वैकेशन में है। कोलकाता के सल्टलेक के नव दंपति विशाल घोष व उनके प}ी रीना सेन इन दिनों अपने जीवन के अति महत्वपूर्ण झण उत्तरी सिक्किम के ल्हाचेन एवं ल्हाचुंग में एक सप्ताह के पैकेट टुर पर है। दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में विशाल घोष ने कहा कि सिक्किम धरती में जन्नत का एहसास दिलाता है। हमारे जीवन के अति महत्व झणों को इन्ही हिमाच्छादित वादियों में गुजार रहा हूं। जो अविस्मरणीय है। इसी तरह गर्मी के काफी राहत भी मिल रहा है।
इन दिनों इस तरह गर्मी से भाग कर आने वाले घरेलू पर्यटकों के संख्या में अप्रत्याशित रूप में वृद्धि हो रही है। जबकि मार्च व अप्रैल के बाद मई, जुन, जुलाई व अगस्त को आफ सिजन कहा जाता था। अब, हर वर्ष ही करीब करीब सिक्किम में पर्यटकों से भरा रहता है। सिक्किम टूर ऑपरेटर एवं गाइड संगठन के महासचिव छिरिंग भूटिया ने बताया कि अगले दो माह के लिए पिछले साल के तुलना में इस वर्ष होटलों व ओपरेटरों के पास अधिक बुकिंग आ रही है। इस साल सिक्किम में 14 लाख से भी अधिक पर्यटकों के आवगमन का अनुमान लगाया जा सकता है। हालांकि बढ़ती पर्यटकों के संख्या के साथ उसी अपेक्षा अनुसार सेवा भी उपलब्ध कराना हमारे लिए चुनौती बन गया है। ताकि भविष्य में भी पर्यटकों को आकर्षण करने के लिए उचित सेवा देना अति अनिवार्य है, क्योंकि सामान्य रूप में पर्यटन व्यवसाय चल रही है। लेकिन इन दिनों हानिमुल टुरिज्म एक नई व्यवसायिक आयाम का हिस्सा बन गया है, जो भविष्य में अधिक मात्र में बढ़ने की संभावना प्रबल बनती दिखाई दे रहा है।
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