असम में ममता पर तीन एफआइआर, आरोपों को गंभीरता से जांच करेगी पुलिस : डीजीपी असम
ममता ने असम में एनआरसी से 40 लाख नाम बाद देने पर वहां गृहयुद्ध छिड़ने की बात कही थी। इसपर भाजपा मोर्चा ने ममता खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज कराई है।
कोलकाता, जागरण न्यूज नेटवर्क। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनसीआर) से 40 लाख लोगों का नाम बाद करने पर भड़काऊ बयान देने को लेकर वहां की पुलिस ने उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। असम पुलिस ने उनके विरुद्ध चार धाराओं में तीन अलग-अलग थाने में एफआइआर दर्ज की है।
असम पुलिस ने भड़काऊ बयान देकर शांति भंग करने समेत कई गंभीर धाराओं के तहत मुख्यमंत्री के विरुद्ध गुवाहाटी, लखिमपुर व अन्य एक थाने में तीन मामला किया है। असम के डीजी कुलाधार सैकिया ने गुरुवार को कहा है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगे आरोपों की गंभीरता से जांच की जाएगी और इस पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी। जरूरत पड़ने पर असम पुलिस की एक टीम बंगाल भी जाएगी।
उधर तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के असम पहुंचने पर पुलिस ने सिलचर एयरपोर्ट पर ही रोक दिया। असम पुलिस के प्रतिनिधिमंडल को रोक देने और उनके साथ सख्ती से पेश आने को लेकर तृणमूल कांग्रेस और आक्रामक हो उठी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने असम पुलिस के इस आचरण को राजनीति उद्देश्य से प्रेरित बताया है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने इसे सुपर इमरेंजी बताया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को असम में एनआरसी से 40 लाख नाम बाद देने पर वहां गृहयुद्ध छिड़ने की बात कही थी। इस पर युवा भाजपा मोर्चा ने ममता के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज कराई है।